रायपुर। भिलाई के एक कारखाना में श्रमिक की करंट लगने से मौत हो गई। श्रमिक को करंट कैसे लगा, वह क्या काम कर रहा है। इसकी जानकारी प्रबंधन छिपा रहा है। प्रबंधन का कहना है कि जिस जगह पर श्रमिक को करंट लगा, वहां कोई काम चल ही नहीं रहा था। वहीं पुलिस का कहना है कि सफाई के दौरान श्रमिक करंट की चपेट में आया और उसकी मौत हुई। श्रमिक ने सुरक्षा के उपाय किए थे कि नहीं पुलिस इसको लेकर अभी जांच कर रही है। भिलाई इंडस्ट्रियल एरिया हथखोज में संचालित निरोस इस्पात प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में मंगलवार सुबह करीब 11 बजे श्रमिक सागर भल्ला पिता संजीव भल्ला (26 वर्ष) को ड्यूटी के दौरान बिजली करंट लग गया। उसे बेसुध हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि कंपनी के अंदर सफाई का काम चल रहा था। सागर वहां बिजली से संबंधित काम कर रहा था। आरोप है कि उसने सुरक्षा उपकरण भी नहीं पहने थे। स्विच बोर्ड में काम करने के दौरान अचानक वह करंट की चपेट में आ गया। प्रबंधन आनन-फानन में उसे पंडित जवाहर लाल नेहरू चिक्तिसालय एवं अनुसंधान केन्द्र ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। भिलाई तीन टीआई विनय सिंह बघेल ने बताया कि कंपनी प्रबंधन ने सुपह साढ़े 11 बजे पुलिस को मामले की सूचना दी। श्रमिक शांतिनगर सड़क-1 निवासी सागर भल्ला इलेक्ट्रीशियन का कार्य शैलेन्द्र गिरी के अंडर में करता था। निरोस इस्पात प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में हर साल की तरह इस वर्ष साफ-सफाई के लिए सड डाउन लिया गया था। पैनल की सफाई के बीच सागर बिजली करंट की चपेट में आ गया। उसने हाथ में दस्ताना नहीं पहना था। इस कारण वह करंट की चपेट में आया और उसका पूरा हाथ झुलस गया। इसके बाद वह घायल अवस्था में बेसुध होकर में जमीन पर जा गिरा। अस्पताल ले गए, जहां उसने दमतोड़ दिया। श्रमिक ने सुरक्षा उपकरणों का उपयोग क्यों नहीं किया इसकी जांच पुलिस कर रही है।