बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर नेता से लेकर प्रत्याशी प्रचार में जुटे हुए हैं। इस बीच कांग्रेस प्रत्याशी मस्कूर अहमद का एक रोचक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में उस्मानी मंच से भाषण दे रहे हैं। तभी मंच भरभरा के गिर जाता है। खास बात यह रही कि वह इस दौरान अपने भाषण में लोकतंत्र में गिरने-गिराने की बात कर रहे हैं।
बिहार के दरभंगा के जाले विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस ने अलीगढ़ मुस्लिम युनिवर्सिटी के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष मशकूर उस्मानी को उम्मीदवार बनाया है। वह अपने क्षेत्र में वोट मांगने पहुंचे थे। यहां उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया। जब वह मंच से संबोधित कर रहे थे कि लोकतंत्र में पांच साल में सरकार चुनने का मौका मिलता है। जनता के हाथ में है कि किसको कब उठाना है और किसको कब गिराना है। जैसे ही उनका गिराने वाला शब्द खत्म हुआ, ठीक उसी समय मंच भी गिर गया और वे मंच के साथ-साथ नीचे आ गए।
जाले विधानसभा क्षेत्र से पिछले चुनाव में भाजपा उम्मीदवार जीवेश कुमार को जीत मिली थी। कांग्रेस प्रत्याशी ऋषि मिश्र को चार हजार 620 मतों से पराजित किया था। जीवेश को 62 हजार 59 मत मिले थे, वहीं ऋषि को 57 हजार 439 मतों से ही संतोष करना पड़ा था।
ये हैं मशकूर उस्मानी?
डॉ मशकूर उस्मानी मूल रूप से दरभंगा के रहने वाले हैं। वह 2017 में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से छात्रसंघ चुनाव जीते थे। इसके बाद चर्चा तब आए जब 2018 में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रसंघ के हॉल में मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर पाई गई। भाजपा सांसद ने कुलपति को चिट्ठी लिखकर इस पर आपत्ति जताई थी। हिन्दू युवा वाहिनी ने तस्वीर हटाने की मांग को लेकर प्रदर्शन भी किया था। एएमयू में इसको लेकर जमकर हंगामा हुआ था। तब छात्रसंघ अध्यक्ष रहे उस्मानी ने कहा था कि वह जिन्ना की विचारधारा के खिलाफ हैं लेकिन जिन्ना देश के एक ऐतिहासिक तथ्य हैं। उस्मानी के इसी बयान को लेकर उनपर जिन्ना समर्थक होने का आरोप लगा था।