सक्ती। वैसे तो कलेक्टोरेट में प्रतिदिन सैकड़ों लोग अपने जरूरी काम से आते हैं और यहां से चले जाते हैं। कुछ समस्याओं को लेकर शिकायत करने आते हैं तो कुछ अन्य जरूरी काम से आते हैं। इस आने जाने के अंतराल में आम नागरिकों को उस वक्त अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ता था जब लंबी दूरी तय कर कलेक्ट्रेट आते थे मगर यहां उन्हें बैठने के लिए कहीं आरामदायक जगह नहीं मिल पाती थी। अधिकारियों से मिलने या कलेक्टर के न्यायालय में सुनवाई के लिए पहुंचे पक्षकारों को भी इधर-उधर बैठना पड़ता था। उनकी समस्या तब और भी बढ़ जाती थी जब कोई अधिकारी दौरा या महत्वपूर्ण मीटिंग में रहता था। इस दौरान आम नागरिकों को इंतजार कर वक्त बिताना पड़ता था। आमनागरिकों की यह समस्या जब कलेक्टर जितेंद्र कुमार शुक्ला के संज्ञान में आई तो उन्होंने बिना देरी किए कलेक्ट्रेट में कई सुविधाओं की सौगात दे दी। उनकी पहल का ही परिणाम है कि अब जांजगीर-चाम्पा जिले का कलेक्ट्रेट न सिर्फ स्वच्छ, सुंदर नजर आता है,अपितु यहां अपने काम से आने वाले हर नागरिकों को बैठने के लिए कुर्सियां, सुकून के लिए कूलर और पंखे की ठंडी हवा, मनोरंजन के लिए टीवी तथा ज्ञान बढ़ाने के लिए शासकीय योजनाओं, सामान्य ज्ञान और महापुरुषों से संबंधित किताबें भी पढऩे को मिल रही है। कलेक्ट्रेट जांजगीर-चाम्पा में आने वाले आमनागरिकों और पक्षकारों के लिए बैठने की विशेष व्यवस्था की गई है। कलेक्टर और एडीएम कार्यालय के बाहर परिसर में ही घेरा बनाकर बैठने के लिए कुर्सियां और मनोरंजन के लिए टीवी, कूलर लगाकर राहत पहुंचाई गई है। आमनागरिक कूलर-पंखे की ठंडी हवा खाते हुए टीवी चैनल पर मनोरंजन कर सकते हैं। यहां उपलब्ध ज्ञानवर्धक किताबों के साथ शीतल पेयजल भी उपलब्ध है। यहां फिश एक्विरियम भी लगाया गया है। जो महिलाओं के साथ छोटे बच्चों को भी आकर्षित करेगा।