
सर्जरी के जरिये पर्याप्त वजन घटाने वालों को कोविड-19 से जुड़ी जटिलताओं का खतरा कम होता है। अमेरिकी विज्ञानियों का यह नया अध्ययन निष्कर्ष ‘जेएएमए सर्जरी” नामक पत्रिका में प्रकाशित हुआ है। अमेरिका स्थित क्लेवलैंड क्लीनिक से जुड़े अध्ययन के प्रमुख लेखक अली अमिनियन कहते हैं, ‘मोटापाग्रस्त जिन लोगों ने संक्रमण से पहले बैरिएट्रिक सर्जरी के जरिये पर्याप्त वजन कम किया था, उनमें कोरोना से जुड़ी गंभीर जटिलताओं के विकास का खतरा 60 फीसद तक कम रहा।” वजन घटाने के लिए पाचन प्रणाली की सर्जरी को बैरिएट्रिक सर्जरी कहते हैैं। दरअसल, मोटापे के कारण प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है तथा सूजन, हृदय रोग, ब्लड क्लोट्स व फेफड़ों से जुड़ी जटिलताओं का खतरा बढ़ जाता है। इससे कोरोना संक्रमण की जटिलताएं भी बढ़ जाती हैं। अध्ययन में मोटापाग्रस्त कुल 20,212 वयस्क मरीजों को शामिल किया गया। 5,053 लोगों का एक समूह बनाया गया, जिनका बाडी मास इंडेक्स (बीएमआइ) 35 व उससे ज्यादा था और उन्होंने वर्ष 2004-17 के बीच बैरिएट्रिक सर्जरी कराई थी। इनका बिना सर्जरी कराए लोगों से एक अनुपात तीन में मेल कराया गया। शोधकर्ताओं ने पाया कि संक्रमण से पहले बैरिएट्रि्क सर्जरी कराने वालों को अस्पताल में भर्ती कराने का खतरा 49 फीसद, इलाज के लिए आक्सीजन की जरूरत 63 प्रतिशत व कोविड के गंभीर लक्षणों के विकास का खतरा 60 फीसद कम रहा।










