EKhabri (प्रीति शुक्ला)। हम सब के अंदर कोई ना कोई झुपी हुई प्रतिभा होती है। जरुरत है वक्त आने पर उसे निकालने की। जरुरी नहीं की जो हमारा पेशा हो वही जुनून भी हो। इसलिये जरुरी है की हम अपने जीवन में कोई ना कोई ऐसा काम करें जो हमारे अंदर की कलात्मक्ता को बाहर लाऐ।
दीपावली बड़ा ही अच्छा मौका है कुछ नया करने का। बचपन में अगर पेंटिंग कि है तो वापिस से ब्रश उठा लिजिऐ और लग जाए अपने सपनों को रंगने।
रंगोली ना भी आऐ तो सांचे का प्रयोग कर बनाने का प्रयास जरूर करें। आखिर हमारे अंदर की कलात्मक्ता को निखारने का अच्छा मौका है।