आयकर विभाग की टीम ने पिछले दिनों छत्तीसगढ़ के दो प्रमुख व्यापारिक समूहों के रायपुर और कोरबा से जुड़े 35 ठिकानों पर कार्रवाई की, जिसमें तीन करोड़ नकदी और आभूषण जब्त किए गए हैं। समूह के प्रमुखों ने जहां 20 करोड़ की अघोषित आय स्वीकार की है, वहीं 200 करोड़ से अधिक के अघोषित लेनदेन का पता चला है।
आयकर अधिकारियों के मुताबिक इन निजी फर्मों के संचालक लौह और इस्पात उत्पादों, कोयला वाशरी और परिवहन के सौदे में 200 करोड़ से अधिक की अवैध नकदी छिपा रहे थे। 22 दिसंबर से 25 दिसंबर के दौरान रायपुर, कोरबा, बिलासपुर और रायगढ़ जिले में 35 से अधिक परिसरों पर कार्रवाई हुई। एक समूह के प्रमुख व्यक्ति ने 20 करोड़ रुपये की अघोषित आय स्वीकार की है। 200 करोड़ से अधिक की अवैध संपत्ति के लेनदेन का पता चला है। इस प्रकार से इन दोनों समूहों से 220 करोड़ से अधिक की बेहिसाब संपत्ति का पता चला है।