रायपुर। आज इंडियन फ़ार्मासिस्ट एसोसिएशन के प्रतिनिधि मंडल ने राज्यसभा सांसद एवं सदस्य AIIMS रायपुर सरोज पांडेय से मुलाक़ात की। मुलाकात कर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान रायपुर में फ़ार्मासिस्ट सँवर्ग के पदों पर भर्ती करवाने की माँग की गई।
प्रदेश सचिव फ़ार्मासिस्ट राहुल वर्मा ने कहा कि वर्ष 2012 में स्थापना से लेकर आज 8 वर्ष होने के बाद भी फ़ार्मासिस्ट के एक भी पद भरे नहीं गए हैं। AIIMS में कुल 32 वार्ड हैं प्रत्येक वार्ड में अलग ड्रग स्टोर हैं लेकिन ड्रग स्टोर में एक भी फ़ार्मासिस्ट पदस्थ नहीं हैं बल्कि दवा प्रबंधन नर्सिंग कर्मचारी एवं वार्ड ब्वाय को दे दिया गया है। फ़ार्मेसी ऐक्ट 1948 के सेक्शन 42 के अनुसार दवा प्रबंधन का कार्य ग़ैर पंजीकृत फ़ार्मासिस्ट से लेना असंवैधानिक है और ऐसे कर्मचारी को छः माह की कारावास एवं एक हज़ार रुपय जुर्माने का प्रावधान है।
राहुल ने कहा कि इतने बड़े केंद्रीय अस्पताल में कई सुपर स्पेशलिटी विभाग के होते हुए भी एक भी नियमित फ़ार्मासिस्ट कार्यरत नहीं है जबकि रोज़ 4 हज़ार से 5 हज़ार मरीज़ की OPD रहती है। राज्य में 20 हज़ार पंजीकृत फ़ार्मासिस्ट हैं और हर साल 2200 फ़ार्मेसी विद्यार्थी डिग्री लेकर निकल रहे हैं। प्रतिनिधि मंडल में IPA छत्तीसगढ़ राज्य संयोजक फ़ार्मासिस्ट वैभव शास्त्री, प्रदेश सचिव फ़ार्मासिस्ट राहुल वर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष फ़ार्मासिस्ट वंदना देवांगन एवं दुर्ग ज़िला अध्यक्ष फ़ार्मासिस्ट रविकान्त साहू शामिल थे।