जबलपुर के भेड़ाघाट रेलवे स्टेशन में उसे समय अफरा तफरी का माहौल बन गया, जब अचानक सायरन बजने लगा। लोगों को पता चला कि भेड़ाघाट साइडिंग में एक लाइन में दो गाड़ी आमने-सामने आ गई है। दुर्घटना के बाद रेलवे स्टेशन में सभी अधिकारी पहुंच गए और भेड़ाघाट के लिए रवाना हो गए। यात्रियों को जब इस दुर्घटना की खबर चली तो उनमें भी हड़कंप मच गया।
गौर हो कि रेलवे और एनडीआरएफ,एसएनटी, ऑपरेटिंग विभाग और राहत बचाव गाड़ी सहित अन्य टीम मार्क ड्रिल आपात स्थिति से निपटने के लिए अभ्यास किया गया। बाद में यात्रियों अन्य लोगों को बाद में मालूम चला कि रेलवे के द्वारा आपातकाल से निपटने के लिए मार्ग ड्रिल किया गया है तब कहीं जाकर स्टेशन की यात्रियों ने राहत भरी सांस ली भेड़ाघाट रेलवे स्टेशन की साइड इन पर अचानक ट्रेन दुर्घटना की खबर से सायरन की आवाज सुनाई देती है और चिक पुकार मच जाती है देखते ही देखते रेलवे की बचाव टीम मौके पर पहुंचती है साथ में एनडीआरएफ के जवान भी बचाओ कार्य में लग जाते हैं इसके बाद घायलों को एंबुलेंस से रेलवे अस्पताल भिजवाया जाता है तब तक रेलवे की सेफ्टी टीम और वरिष्ठ अधिकारी नेतृत्व के मौके पर पहुंचकर और राहत बचाव कार्य को तेज करने का निर्देश देते हैं।
रेलवे में हादसे के दौरान आपातकाल स्थिति से निपटने की रेलवे की तत्परता की तैयारी कैसी है इसको देखा जाता है वहीं रेलवे के अधिकारी ने कहा कि पैसेंजर ट्रेन 9515 ड्रिल कर गई थी और इसमें 14 यात्री घायल हो गए हैं। हम सब अधिकारी कमांड सेंटर में बैठे हैं एनडीआरएफ के कप्तान भी हमारे साथ हैं पूरे मार्क ड्रिल का उद्देश्य यह है कि हमारा कोऑर्डिनेशन आपस में जो रहा और कर्मचारियों की अलर्टनेस देखने के उद्देश्य से यह मॉडल का आयोजन किया गया तो कितने अलर्ट है सब कितने टाइम से निकलते हैं।