यूक्रेन के जपोरीजिया परमाणु संयंत्र के ईंधन भंडार की छत पर यूक्रेनी मिसाइल हमले से बड़ा छेद हो गया है। यह जानकारी संयंत्र में रूस के नियुक्त अधिकारी व्लादिमीर रोगोव ने दी है। रोगोव ने संयंत्र की छत पर हुए छेद की फोटो भी इंटरनेट मीडिया साइट टेलीग्राम पर पोस्ट की है। इस बीच संयंत्र के निरीक्षण के लिए अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) का विशेषज्ञ दल जपोरीजिया के लिए रवाना हो गया है। यह जानकारी एजेंसी के प्रमुख रफाएल ग्रोसी ने ट्वीट के जरिये दी है।
जपोरीजिया के आसपास हो रही गोलाबारी के बीच आइएईए का दल संयंत्र में जा रहा है। यह दल इसी सप्ताह संयंत्र में पहुंच सकता है। ज्यादा विवरण न देते हुए ग्रोसी ने अपनी और 12 अन्य विशेषज्ञों की फोटो टि्वटर पर शेयर की है। ग्रोसी ने कहा कि दल का उद्देश्य हमले के कारण परमाणु दुर्घटना की आशंका को कम करना है। इस संयंत्र पर करीब छह महीने से रूसी सेना का कब्जा है। उसके नजदीक हो रही गोलाबारी के लिए रूस यूक्रेनी सेना पर आरोप लगा रहा है। जबकि यूक्रेन गोलाबारी के लिए रूसी सेना को जिम्मेदार ठहरा रहा है और संयंत्र को खाली करने की मांग कर रहा है। यूक्रेन ने रूस पर बीते 24 घंटों में डेनिप्रो नदी के पार निकोपोल पर हमले का आरोप लगाया है।
संयंत्र के ऊपर यूक्रेनी ड्रोन मार गिराया
रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि उसकी सेना ने जपोरीजिया परमाणु संयंत्र के ऊपर मंडरा रहे यूक्रेन के ड्रोन को मार गिराया है। यह ड्रोन संयंत्र पर हमले के लिए निशाना ले रहा था, तभी उसे मार गिराया गया। ड्रोन का मलबा संयंत्र परिसर में ही गिरा है।