मणिपुर में आदिवासियों का प्रदर्शन हिंसक हो गया। इसके बाद प्रशासन ने राज्य के आठ जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया। साथ ही इंटरनेट और मोबाइल सेवा पांच दिनों के लिए बंद कर दी गई। हिंसाग्रस्त इलाकों में सेना और असम राइफल्स के जवानों को तैनात किया गया है। इसके अलावा साढे सात हजार लोगों को राहत कैंपों में शिफ्ट किया गया है।
इस बीच गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह से फोन पर बात कर हालात की जानकारी ली। सीएम बीरेन ने एक वीडियो मैसेज जारी कर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
गौर हो कि ऑल इंडिया ट्राइबल स्टूडेंट यूनियन ने ट्राइबल सॉलिडेटरी मार्च बुलाया था। इसी दौरान आदिवासी और गैर-आदिवासी समुदायों में झड़प हो गई। आदिवासी समुदाय उस मांग का विरोध कर रहा था, जिसमें गैर-आदिवासी मैतेई समुदाय को शेड्यूल ट्राइब का दर्जा देने की मांग की गई थी।
उधर, मणिपुर हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को निर्देश दिया है कि मैतेई समुदाय की मांग पर विचार करे और चार माह में केंद्र को रिकमेंडेशन भेजे। इसी आदेश के बाद आदिवासी और गैर-आदिवासियों के बीच हिंसा शुरू हो गई।