मध्यप्रदेश के उज्जैन में डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां आरडी गार्गी अस्पताल में बीते दिनों एडमिट मरीज ने जब अपनी मौत की खबर पढ़ी तो उसके होश उड़ गए। उसने तुरंत सोशल मीडिया का सहारा लिया और अपने जिंदा होने का प्रमाण दिया। उसने एक वीडियो संदेश जारी किया जिसमें मरीज ने कहा- ‘मैं दो दिन पहले आरडी गार्गी हॉस्पिटल में एडमिट हुआ था। मैंने शनिवार को एक अखबार में पढ़ा कि मैं मर गया हूं, जबकि मैं जिंदा हूं।’ उसने लोगों से अधिक से अधिक इस वीडियो को शेयर करने के लिए भी कहा।
वीडियो अपलोड होते ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और स्वास्थ्य विभाग तक पहुंच गया। वीडियो देखते ही अधिकारी अलर्ट हुए और छनबीन शुरू हुई। इसके बाद विभाग ने इसे बड़ी लापरवाही मानते हुए संबंधित डॉक्टर को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इस मामले पर उज्जैन के चीफ मेडिकल और हेल्थ ऑफिसर (CMHO) डॉ. अनसुइया गवाली ने कहा, ‘युवक का नाम एक 60 वर्षीय कोरोना मरीज की जगह दर्ज कर दी गई थी, जिनकी गुरुवार को मौत हो गई थी। इस मामले से जुड़े डॉक्टर ने गलती मान ली है। उन्होंने कहा है कि नाम और पता में गलतफहमी होने के कारण ऐसा हुआ।’
सीएमएचओ ने बताया कि डॉक्टर को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया और पूछा गया है कि क्यों नहीं आपके खिलाफ कार्रवाई की जाए। साथ ही उन्होंने यह भी कहा गया है कि ऐसी गलती भविष्य में दोबारा ना हो।