रायपुर। सरगुजा के सोनहत के देवगढ़ जंगल में बीते रविवार को चार ग्रामीणों की जान लेने वाली मादा भालू की मंगलवार को मौत हो गई। हालांकि वन विभाग के अधिकारी अभी इसकी पुष्टि नहीं कर रहे हैं। मंगलवार को सुबह से वन विभाग की टीम मादा भालू को ट्रैंक्यूलाइज करने अंगवाही के करीब स्थित देवगढ़ जंगल में सर्चिंग कर रही थी। दोपहर में यह टीम घटनास्थल के करीब पहुंची। इस दौरान आक्रामक भालू ने उन पर भी हमला करने की कोशिश की, लेकिन वे लोग वाहन से बाहर नहीं निकले। इस बीच भालू एक बच्चे के साथ झाड़ियों में दुबक गई। इसके कारण वन विभाग की टीम को वापस लौटना पड़ा। टीम के लौटने के एक घंटे के बाद दोपहर तीन बजे मादा भालू की मौत की खबर आ गई। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भालू की लाश उसी पेड़ के नीचे पड़ी हुई है, जहां पर हर्रा एकत्र करने गए अंगवाही के चार ग्रामीणों को उसने मार डाला था। मृत भालू का शव मंगलवार की देर रात तक जंगल में ही होने की जानकारी मिली है। सूत्रों के अनुसार बुधवार को उसका पोस्टमार्टम किया गया। आशंका जताई जा रही है कि मानव मांस खाने के कारण भालू संक्रमित हो गई और उसकी मौत हो गई। मृत भालू की उम्र छह से सात वर्ष बताई जा रही है।
भालू के बच्चे पर नजर
मादा भालू की मौत के बाद उसका एक बच्चा वनकर्मियों के सामने ही जंगल में झाड़ियों के बीच दुबक गया था। जिस पर भी वनकर्मी नजर रखे हुए हैं ताकि भालू के बच्चे को किसी तरह का नुकसान न पहुंचे।