रूस-यूक्रेन युद्ध का असर अब मेडिकल की पढ़ाई करने वाले छात्रों पर पड़ने लगा है। यूक्रेन की कई यूनिवर्सिटी ने प्रथम और दूसरे सेमेस्टर में पढ़ रहे मेडिकल छात्रों की आइडी बंद कर दी है। आइडी बंद होने से उनकी आनलाइन पढ़ाई भी प्रभावित हो गई है। हापुड़ के कई छात्र हैं, जो यूक्रेन के अलग-अलग शहरों में मेडिकल की प्रथम वर्ष की पढ़ाई कर रहे हैं। उनका कहना है कि यूनिवर्सिटी तीन लाख रुपये प्रति सेमेस्टर फीस मांग रहा है, लेकिन फीस वह किस भरोसे पर दें, क्योंकि अभी हालात सुधरते दिख नहीं रहे हैं।
बुलंदशहर रोड के रहने वाले मोहम्मद फैसल, सुल्तानपुर गांव के समीर, सलीम और शादाब सहित कई छात्र ऐसे हैं, जो खार्कीव, इवानो फ्रैंकीस यूनिवर्सिटी में मेडिकल के प्रथम वर्ष के छात्र हैं। छात्र मोहम्मद फैसल ने बताया कि यूनिवर्सिटी तीन लाख रुपये सेमेस्टर की फीस मांग रहा है। अभी वहां के हालात सुधरे नहीं है। ऐसे में अभिभावक किस वजह से पैसा जमा करा दें। यदि हालात नहीं सुधरे तो उनका पूरा करियर चौपट हो जाएगा, क्योंकि अभी तक केंद्र सरकार भी यूक्रेन से वापस आए छात्रों के बारे में कोई फैसला नहीं ले सकी है। यदि हालात नहीं सुधरते हैं, तो क्या गारंटी है कि जो फीस जमा की जाएगी वह वापस मिलेगी, इसलिए फीस भरने को लेकर असमंजस की स्थिति है।