रायपुर। राज्य सरकार ने सोमवार को प्रशासनिक अधिकारियों की जिम्मेदारी में फेरबदल किया है। सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से जारी आदेश के मुताबिक 2007 बैच के आईएएस जनक प्रसाद पाठक को राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग में संयुक्त सचिव बनाया गया है। पाठक पर जांजगीर-चांपा कलेक्टर रहते हुए आॅफिस में ही एक महिला से रेप का आरोप है। इसकी वजह से उनको पिछले साल निलंबित किया गया था। जांजगीर-चांपा जिले की एक महिला ने जून 2020 में पुलिस अधीक्षक पारुल माथुर से मिलकर लिखित में शिकायत दी थी। महिला ने आरोप लगाया था कि उसका पति सरकारी कर्मचारी है। कलेक्टर रहते हुए जनक प्रसाद पाठक ने 15 मई को महिला का अपने आफिस में ही बलात्कार किया था। उसे धमकी दी गई थी कि उसने उनकी बात नहीं मानी तो उसके पति को नौकरी से बर्खास्त कर दिया जाएगा। महिला ने शिकायत के साथ कलेक्टर की ओर से भेजे गए मैसेज का स्क्रीनशॉट भी लगाया था। वरिष्ठ अधिकारियों ने मार्गदर्शन लेने के बाद पुलिस ने पाठक के खिलाफ बलात्कार और अनुसूचित जाति अत्याचार निवारण कानून की धाराओं में मामला दर्ज किया। जनक प्रसाद पाठक उस समय संचालक भू-अभिलेख के पद पर काम कर रहे थे। एफआईआर के बाद सरकार ने 5 जून को उन्हें निलंबित कर दिया। पाठक ने निलंबन को केंद्रीय प्रशासनिक अधिकरण में चुनौती दी। वहां से उन्हें राहत मिली। पिछले महीने उनकी बहाली का आदेश जारी हो गया था।