राष्ट्रीय हाकी खिलाड़ी मो. तालिब गले में कई मेडल डालकर परिवार के साथ पिछले पांच दिनों से उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में सड़क पर गुजर बसर कर रहे हैं। दरअसल प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) ने बकाया नहीं जमा करने पर 18 मार्च को सामान सहित उनके परिवार को बाहर निकाल दिया। अब अटाला स्थित मजीदिया इस्लामिया इंटर कालेज के निकट पीडीए की कार्पोरेशन कालोनी के सामने तालिब न्याय की गुहार लगा रहे हैं। उनकी यह व्यथा इंटरनेट मीडिया पर भी वायरल हुई है।
तालिब के पिता को 2000 में 25 हजार रुपये जमा करने पर आवास आवंटित हुआ था। आर्थिक दिक्कतों की वजह से नौ साल तक किस्तें जमा नहीं कराई जा सकीं। 2009 में बकाया रकम 1.55 लाख रुपये हो गई। फरवरी, 2009 में ओटीएस (वन टाइम सेटलमेंट) योजना के तहत दो किस्तों में 1.27 लाख जमा कराने के लिए कहा गया। तालिब के अनुसार पिताजी ने पहली किस्त जमा कर दी। जब दूसरी किस्त जमा करने गए तो पीडीए के बाबू ने अतिरिक्त पैसे की मांग की। ऐसा नहीं करने पर दूसरी किस्त जमा करने से इन्कार कर दिया। मामला कंज्यूमर कोर्ट में भी चला और तीन साल बाद हाई कोर्ट जाने का आदेश मिला। हाई कोर्ट से भी राहत नहीं मिली।
बीती 18 मार्च को प्राधिकरण ने आवास का सामान बाहर निकाल ताला लगा दिया। मध्य प्रदेश और पंजाब की तरफ से 2014 से 2018 तक सब जूनियर, जूनियर और सीनियर नेशनल हाकी चैंपियनशिप में प्रतिभागी रहे तालिब ने मुख्यमंत्री से भी न्याय की गुहार लगाई है।