रायपुर। इस डिजिटल युग में जहां लोग अपनों से ज्यादा मोबाइल में टाइम देते हैं वहीं इस दूल्हे ने छत्तीसगढ़ी पारंपरिक परंपरा से 11 बैलगाड़ियों में अपनी बारात निकालकर लोगों को हैरान कर दिया। राजनांदगांव जिला मुख्यालय से महज 10 किलोमीटर दूर ग्राम जंगलपुर में इस आधुनिकता के जमाने में बैलगाड़ी से बारात लेकर पहुंचा दूल्हा। जंगलपुर में शहीद पूर्णानंद साहू के बहन की शादी में ग्राम अजुर्नी जो कि जंगलपुर ग्राम से 7 किलोमीटर दूर है, वहां बैलगाड़ी में बैठकर दूल्हा बारात पहुंचा। दूल्हा अमेरिका में नौकरी करता है फिर भी पुराने जमाने की परम्परा अनुसार 11 बैलगाड़ी के साथ बाराती पहुंचे। जब बैलगाड़ी से बाराती चलने लगे तो कौतूहल का विषय बन गया था। रोड में चलने वाले राहगीर अपने मोबाइल से फोटो खींचने लगे। गांव पहुंचने पर देखने वालों की भीड़ लग गयी। इस आधुनिक जमाने पर आज भी ऐसे लोग हैं जो अपने पुरानी परम्परा को बचाये रखने और छत्तीसगढ़ी की संस्कृतिक को आज भी जीवित रखते हुए इस अंदाज में बारात देखने को मिला ।
दुल्हन के भाई नक्सली विस्फोट में हुए थे शहीद
हाल ही नक्सल विस्फोट में शहीद हुए दुल्हन के भाई पूर्णानन्द साहू की इच्छा थी कि उनकी बारात पुराने परिवेश के तहत छत्तीसगढ़ी परम्परा के अनुसार बैलगाड़ी में निकाले लेकिन शहीद पूर्णानन्द की इच्छा अधूरी रह गई थी, जिसे शहीद की बहन ने अपने घर दूल्हे और बारातियों को बैलगाड़ी में विवाह हेतु आमंत्रित किया और अपने शहीद भाई को श्रध्दांजलि दी। ……………………………