वर्तमान में रहना शुरू करें
“जीवन ना तो भविष्य है, ना अतीत में है, जीवन तो सिर्फ वर्तमान में है, इसी क्षण का अनुभव ही जीवन है”
अगर मनुष्य वर्तमान में रहना सीख ले तो उसके आधे दुःख तो ऐसे ही कम हो जाते हैं, क्योंकि मनुष्य अपनी ऊर्जा भविष्य के बारे में कल्पना करने में लगाता है, जो पूरी तरह व्यर्थ है।
अगर आप वर्तमान में रहना सीख लेते हैं तो आपका भविष्य भी सुनहरा होगा, और वो मूर्ख व्यक्ति होता है, जो अतीत के बारे में सोचता रहता है, उससे केवल और केवल समय की और तन की बरबादी है। क्योंकि की भविष्य और अतीत के बारे में सोचने वाले इंसान को सिर्फ दुःख और परेशानियों के अलावा कुछ नहीं मिल पाता है, क्योंकि फिर उसका वर्तमान समय से ध्यान हट जाता है।