रायपुर की 10 वर्षीय अनविका अग्रवाल ने असाधारण साहस और दृढ़ संकल्प के साथ एवरेस्ट बेस कैंप की 5,364 मीटर ऊंची चढ़ाई को सफलतापूर्वक पूरा कर इतिहास रच दिया है। माइनस 10 डिग्री सेल्सियस के कठिन तापमान में 11 दिनों तक चले इस दुर्गम अभियान को अनविका ने बिना किसी औपचारिक पर्वतारोहण प्रशिक्षण के अपने माता-पिता और बहन के साथ पूरा किया।
इस उपलब्धि के साथ अनविका का नाम सबसे कम उम्र की पर्वतारोहियों में दर्ज हो गया है। अनविका ने पर्वतारोहण के लिए कोई विशेष प्रशिक्षण नहीं लिया था। उनकी तैयारी केवल नियमित दौड़ और सीढ़ियां चढ़ने की प्रैक्टिस तक सीमित थी। इस अभियान में उनके माता-पिता उनके हमसफर बने। कठिन मौसम, सर्द हवाओं और ऊबड़-खाबड़ रास्तों के बावजूद अनविका ने हार नहीं मानी।
यात्रा के दौरान उनकी तबीयत थोड़ी खराब हुई, लेकिन उन्होंने हिम्मत और धैर्य के साथ अपना लक्ष्य हासिल किया। पर्वतारोहण के अलावा अनविका पढ़ने-लिखने की शौकीन हैं। महज 10 साल की उम्र में उन्होंने एक किताब भी लिखी है, जो उनकी रचनात्मकता और बौद्धिक क्षमता को दर्शाता है। अनविका का अगला लक्ष्य एवरेस्ट की चोटी (8,848 मीटर) को फतह करना है, जिसके लिए वे अब से ही सपने संजो रही हैं।









