रायपुर: बढते कोरोना संक्रमण को रोकने पूरे देशा में टीकाकरण अभियान शुरू है। 1 मई से तीसरे चरण का टीकाकरण शुरू किया गया है, जिसमें 18 साल से फपर वालों को वैक्सीन लगाई जाएगी। देश के साथ राजधानी रायपुर में भी वैक्सीनेशन शुरू हो गया पर यहां पहले गरीबों को टीका लगाया जा रहा है। पहले दिन कई केंद्रों में युवा पहुंचे वहीं कई सेंटरों पर अमीरी का हवाला देकर लोगों को वापस पहुंचा दिया गया। इस कारण कई जगह विवाद की स्थिति भी बनी। रायपुर शहर और आउटर में 14 केंद्र बने थे, जिनमें 2 टीका नहीं पहुंचने की वजह से शुरू नहीं हो पाए। वैक्सीन लगाने की शुरूआत भी डेढ़ घंटे लेट रही, यानी 3 के बजाय अधिकांश केंद्रों में टीकाकरण साढ़े 3 जे या इसके बाद भी शुरू हुआ। बड़ी दिक्कत यह आई कि जो युवा पोर्टल में रजिस्ट्रेशन करवा चुके थे, वो केंद्रों तक आए। उनके लिए वैक्सीन के वायल भी खुल गए, लेकिन कईयों को अंत्योदय राशन कार्ड नहीं होने के कारण लौटना पड़ा। इस वजह से पहले दिन शहरी केंद्रों में 8 और आउटर में 15 यानी कुल 23 डोज बर्बाद भी हुए, जिनकी कीमत 9200 हजार रुपए थी।
गुढ़ियारी के प्रायमरी हेल्थ सेंटर में पहले दिन सबसे ज्यादा 17 टीके लगाए गए। हालांकि शहर से दूर तिल्दा और सिलियारी के एक-एक केंद्र में एक भी टीका नहीं लग पाया। रायपुर में करीब 9 लाख लोगों को इस श्रेणी में टीके लगाए जाने हैं। पहले दिन 18 से 44 साल के साथ अंत्योदय श्रेणी में केवल 124 टीके ही लग पाए। सभी युवाओं को कोवैक्सीन का डोज लगाया गया है।