कोरोना संक्रमण के खिलाफ जंग में रक्षा अनुसंधान व विकास संगठन (डीआरडीओ) की नई दवा 2-डीजी की पहली खेप मरीजों के लिए जारी की जाएगी। आक्सीजन की कमी से जूझने वाले कोरोना संक्रमितों के लिए यह दवा बेहद मददगार पाई गई है। इससे मरीजों की जल्द रिकवरी भी होती है। यह दवा पाउडर के रूप में है, जिसे पानी में घोलकर लिया जा सकेगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिह डीऑक्सी-डी ग्लूकोज (2-डीजी) के 10 हजार सैशे स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को सौपेंगे।
डीआरडीओ द्वारा विकसित इस दवा को हैदराबाद स्थिति डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरी तैयार कर रही है। औषधि नियामक भारतीय दवा महानियंत्रक यानी डीसीजीआइ से पहले ही 2-डीजी के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिल चुकी है। इस संबंध में
डीआरडीओ का कहना है कि यह दवा कोरोना वायरस से मध्यम और गंभीर रूप से संक्रमित मरीजों को अस्पताल में इलाज के दौरान दी जा सकती है। कोरोना के कहर को देखते हुए डीआरडीओ इस दवा के बड़े पैमाने पर उत्पादन के लिए कुछ दूसरी कंपनियों को भी इसका उत्पादन करने की अनुमति दे सकता है।