7 माह पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकाल लोक का किया था लोकार्पण
(उज्जैन से अशोक महावर )
उज्जैन । रविवार शाम चली आंधी ने महाकाल लोक को बड़ा नुकसान पहुंचाया। यहां कमल पर बिठाई गईं सप्त ऋषियों की 7 मूर्तियों में से 6 गिरकर खंडित हो गईं। किसी का हाथ टूटा तो किसी का चेहरा गायब हो गया। घटना शाम करीब 4 बजे हुई। हादसे के वक्त यहां श्रद्धालु भी मौजूद थे, जो बाल-बाल बचे। जानकारी मिलते ही अफसर पहुंचे और श्रद्धालुओं को निकालकर महाकाल लोक बंद कर दिया। 7 माह पहले 11 अक्टूबर 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकाल लोक का उद्घाटन किया था।
यहां सप्त ऋषियों की जो 7 में से 6 मूर्तियां गिरीं, उनकी ऊंचाई 10 से 25 फीट तक थी। ये फाइबर रेनफोर्स प्लास्टिक (एफआरपी) से बनी हैं। इन पर गुजरात की एमपी बाबरिया फर्म से जुड़े गुजरात, ओडिशा और राजस्थान के कलाकारों ने कारीगरी की थी। घटना के बाद महाकाल मंदिर प्रशासन की टीम ने मोर्चा संभाला और गिरी हुई मूर्तियों को क्रेन की मदद से हटावाया। कुछ देर में कलेक्टर व अन्य अफसर पहुंचे और महाकाल लोक को सील करा दिया।
मध्यप्रदेश में मौसम में बदलाव जारी है। रविवार को उज्जैन में शाम करीब 4 बजे तेज आंधी चली। इससे महाकाल लोक में स्थापित सप्तऋषियों की 7 में से 6 मूर्तियां गिर गईं। हादसे में कई श्रद्धालु बाल-बाल बचे। यहां अलग-अलग हादसों में दो लोगों की मौत भी हो गई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बिगड़े मौसम से नुकसान का संज्ञान लिया है। उन्होंने उज्जैन कलेक्टर और कमिश्नर से फोन पर चर्चा कर राहत कार्य के लिए निर्देश दिए हैं। इधर, पूर्व सीएम कमलनाथ ने महाकाल लोक के निर्माण में भ्रष्टाचार की जांच के लिए 7 सदस्यों की टीम गठित की है।
10 से 25 फीट ऊंची ये मूर्तियां लाल पत्थर और फाइबर रेनफोर्स प्लास्टिक (एफआरपी) से बनी हैं। इन पर गुजरात की एमपी बाबरिया फर्म से जुड़े गुजरात, ओडिशा और राजस्थान के कलाकारों ने कारीगरी की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 अक्टूबर 2022 को उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर के नए परिसर ‘महाकाल लोक’ का लोकार्पण किया था।
क्रेन की मदद से मूर्तियों को दोबारा लगवाया जाएगा
मूर्तियां गिरने की सूचना मिलते ही प्रशासनिक अधिकारियों की टीम महाकाल लोक पहुंच गई। श्रद्धालुओं को बाहर किया गया। कलेक्टर कुमार पुरषोत्तम का कहना है कि बहुत तेज आंधी आने के कारण मूर्तियां पेडस्टल से नीचे गिरी हैं। लाल पत्थर और फाइबर रेनफोर्स प्लास्टिक से बनी इन मूर्तियाें की लाइफ 10 साल है। पत्थर की मूर्तियां बनने में समय लगेगा। फिलहाल कंपनी को ही इनका रखरखाव करना है। क्रेन की मदद से मूर्तियों को दोबारा लगवाया जाएगा। घटना के लिए जिम्मेदारी तय कर एक्शन लिया जाएगा। फिलहाल मूर्तियों को पुर्नस्थापित करने के लिए महाकाल लोक को बंद किया गया है।
महाकाल लोक में देवी-देवताओं की 190 से अधिक विशाल मूर्तियां लगाई गई हैं।
यहां भगवान शिव समेत अन्य देवी-देवताओं की 190 से अधिक विशाल मूर्तियां लगाई गई हैं। महाकाल लोक परियोजना के पहले चरण पर 310 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे। इसके बाद 778 करोड़ की लागत से दूसरे चरण का काम शुरू हुआ। इसके तहत महाकाल परिसर का विस्तार और सौंदर्यीकरण किया जा रहा है।
पूर्व सीएम कमलनाथ ने जांच के लिए कमेटी बनाई
उज्जैन में महाकाल लोक में हुए भ्रष्टाचार और आंधी तूफान की वजह से मूर्तियों को हुए नुकसान की जानकारी के संबंध में पीसीसी चीफ कमलनाथ ने 7 सदस्य समिति बनाई है। इसमें सज्जन सिंह वर्मा, रामलाल मालवीय, दिलीप गुर्जर, शोभा ओझा, महेश परमार, मुरली मोरवाल, केके मिश्रा इस टीम में शामिल हैं। इसकी रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भेजकर सातों नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीडिया के सामने रखेंगे। उन्होंने ट्वीट कर मुख्यमंत्री शिवराज से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की।
आंधी-बारिश ने ली दो लोगों की जान, चार बच्चे घायल
उज्जैन में आंधी-बारिश के कारण कई जगह पेड़ धराशायी हो गए। छोटा सराफा में टेलर की दुकान पर पीपल का पेड़ गिरा। यहां काम कर रहे युवक की टहनियों के बीच दबने से मौत हो गई। एक अन्य शख्स की बारिश में बिजली का करंट लगने से जान चली गई।
पवासा में कच्चा मकान गिरने से चार बच्चे घायल हो गए। सिविल हॉस्पिटल समेत आधे शहर की बिजली गुल हो गई। मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ी। मौसम विभाग के मुताबिक उज्जैन में 30 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। इससे पहले सुबह सांदीपनि आश्रम के सामने नीम का पुराना पेड़ गिरा था, जिसमें एक कार दब गई थी।