शराब पीने से होने वाले नुकसान के बारे में विशेषज्ञ अध्ययनों के हवाले से समय-समय पर जानकारियां उपलब्ध कराते रहे हैं, लेकिन दक्षिण कोरिया के शोधार्थियों ने युवाओं पर इसके कुप्रभाव को लेकर एक नया शोध किया है। शोध निष्कर्ष के अनुसार, 20-30 वर्ष के युवाओं में शराब पीने के कारण स्ट्रोक (मस्तिष्काघात) का खतरा बढ़ जाता है। चाहे वे संतुलित अथवा अधिक मात्रा में शराब पीते हों।
अध्ययन निष्कर्ष न्यूरोलाजी नामक पत्रिका में प्रकाशित हुआ है। सियोल नेशनल यूनिवर्सिटी से जुड़े अध्ययन के लेखक यू-क्यून चोई के अनुसार, “पिछले कुछ दशकों में युवाओं में स्ट्रोक की दर बढ़ी है। स्ट्रोक युवाओं में गंभीर अक्षमता के साथ-साथ मौत के लिए भी जिम्मेदार है। शराब छुड़वाकर युवाओं में स्ट्रोक के खतरे को कम किया जा सकता है। साथ ही स्ट्रोक के कारण होने वाले आर्थिक नुकासन को भी कम किया जा सकता है।”
अध्ययन में 15 लाख से ज्यादा लोगों को शामिल किया गया। 3,153 लोग ऐसे थे, जिन्हें अध्ययनकाल में ही स्ट्रोक का सामना करना पड़ा था। विशेषज्ञों का कहना है कि हफ्ते में 105 ग्राम से अधिक शराब पीने वालों को संतुलित या हैवी ड्रिकर की श्रेणी में रखा जाता है।