यूक्रेन ठंड से कांप रहा है। देश के बड़े हिस्से में बिजली गुल है और घुप अंधेरे वाली रातें डरा रही हैं। बहुमंजिली इमारतों में रहने वाले लोग घर छोड़कर वर्षा-बर्फबारी के बीच सुरंगों, तलघरों और अन्य सुरक्षित स्थानों पर रात गुजार रहे हैं। यह दशा है करीब दस महीने से रूसी सेना के हमले झेल रहे यूक्रेन की। रूस के मिसाइल हमलों ने यूक्रेन की स्थिति और बिगाड़ दी है। जमाव बिदु की ठंड झेल रही राजधानी कीव की 50 प्रतिशत आबादी बिजली से वंचित है। दूसरे बड़े श्ाहर खार्कीव की दशा और खराब है। हमले के बाद से वहां के ज्यादातर इलाकों में बिजली नहीं है। करीब दो लाख घरों वाले क्रेमेनचुक शहर में तापमान शून्य से दस डिग्री सेल्सियस नीचे है, वहां पर स्थिति इससे भी ज्यादा खराब है। यह स्थिति तब है जब ठंडक का चरम अभी दूर है।
यूक्रेन के शहरों में थोड़ी-थोड़ी देर में रूसी हवाई हमले से बचाव के लिए सायरन गूंज रहे हैं। भय के साये में जी रहे लोगों को ठंड तिल-तिल करके मार रही है। क्रेमेनचुक के मेयर विटाली मालेत्सकी ने शहरवासियों से घरों की खिड़कियां बंद रखने के लिए कहा है। कहा है कि बिजली के अभाव में गर्मी पाने के लिए वैकल्पिक साधन अपनाएं। मेयर ने कहा है कि रूसी हमलों से शहर के बिजली और पानी के संयंत्रों को गंभीर नुकसान हुआ है, इसलिए बिजली व पानी की आपूर्ति जल्द सुचारु होने की संभावना नहीं है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि रूस युद्धविराम को लेकर गंभीर नहीं है। वह लंबी लड़ाई के लिए तैयारी कर रहा है। इसलिए हमें मुकाबले के लिए तैयार रहना होगा।
पुतिन ने की सैन्य कमांडरों के साथ चर्चा
यूक्रेन की खराब स्थितियों के बीच मास्को में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सेना के मुख्यालय पहुंचकर पूरे दिन सैन्य कमांडरों से बातचीत की है। उनसे यूक्रेन युद्ध और उससे पैदा हुई वैश्विक चुनौतियों पर चर्चा की है। इस बैठक में यूक्रेन में रूसी सेनाओं के सर्वोच्च कमांडर सर्गेई सुरोविकिन ने भी हिस्सा लिया। माना जा रहा है कि ठंडक के मौसम में यूक्रेन में रूस के हवाई हमले और बढ़ेंगे। अमेरिका और अन्य देशों से आने वाले मिसाइल डिफेंस सिस्टम तैनात होने से पहले रूस हवाई हमलों से यूक्रेन की दशा बिगाड़ देना चाहता है जिससे बाद में उसे जमीनी लड़ाई में आगे बढ़ने में आसानी हो सके।