छत्तीसगढ के गरियाबंद जिले के आदिवासी विकासखण्ड मैनपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत बुरजाबहाल मृत व्यक्तियों के नाम पर पेंशन राशि आहरण कर गबन किया जा रहा है। इस मामले में सरपंच और सचिव पर आरोप है। पंचायत की ओर से पांच वर्ष पहले मृत व्यक्ति के नाम पर पेंशन राशि बांटने के नाम पर घोटाला किया जा रहा है। इस मामले का पर्दाफाश होते ही विभाग में हडकंप मच गया है। जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल जांच टीम भेंजकर जांच कर नियमानुसार कार्यवाही करने क बात कही जा रही है।
ग्राम पंचायत बुरजाबहाल के कमलधर नागेश के साथ ग्रामीण जनपद पंचायत कार्यलय मैनपुर पहुंचकर एक शिकायत पत्र मुख्यकार्यपालन अधिकारी के नाम देकर गंभीर आरोप लगाया। आरोप है कि जनपद पंचायत मैनपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत बुरजाबहाल में मृत व्यक्तियों के नाम पर पेंशन राशि आहरण कर सरपंच सचिव द्वारा शासकीय राशि का गबन किया जा रहा है। शिकायत पत्र में बताया गया कि ग्राम पंचायत बुरजाबहाल के सरपंच एंव सचिव उपेन्द्र नेताम द्वारा मृत व्यक्ति के नाम पर राशि का पेंशन राशि का आहरण किया जा रहा है। त्रिपाल पिता वरन का पांच वर्ष पूर्व निधन हो चुका है। परमानंद पिता जोगनु छह माह पहले मर चुके हैं। इसी तरह तुलाराम पिता अंन्तोराम का दो माह पहले मौत हो चुकी है। तीनों मृत व्यक्तियों के नाम पर अगस्त 2020 में पेंशन राशि आहरण कर सरपंच सचिव ने गबन किया गया है। इसलिए पेंशन राशि मामले की जांच निष्पक्षता से की जाए और दोषियों पर कार्यवाही करने की मांग की है। शिकायत जिला कलेक्टर कार्यलय में भी करने ग्रामीण मैनपुर से गरियाबंद के लिए रवाना हुए ग्राम पंचायत बुरजाबहाल में सरपंच सचिव द्वारा मृत व्यक्तियों के नाम पर निराश्रित पेंशन योजना की राशि में अ्फरा तफरी का मामला सामने आने के बाद हडकंप मच गया है।
इस संबंध में जनपद पंचायत मैनपुर के मुख्यकार्यपालन अधिकारी नरसिंह ध्रुव ने कहा कि मामला गंभीर है। ग्रामीणों द्वारा आज निराश्रित पेंशन की राशि में गडबडी करने और मृत व्यक्तियों के नाम पर सरपंच सचिव द्वारा राशि आहरण करने की जो शिकायत आई है। इसके लिए जांच दल गठित किया है, मामले की जांच कर दोषियों पर कार्यवाही किया जाऐगा। वहीं ग्राम पंचायत बुरजाबहाल के सचिव उपेन्द्र नेताम ने इस सबंध में बताया कि जो भी शिकायत किया गया है गलत है, फिर भी एक बार फाईल जांच कर बताता है।