उत्तर प्रदेश के बांदा जनपद के स्वास्थ्य विभाग से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां अलग-अलग गांवों की आठ नसबंदीशुदा महिलाएं गर्भवती हो गई है। यह जानकारी मिलने पर महिलाओं में हड़कंप मचा हुआ है।
बता दें कि सरकार तमाम प्रकार की योजनाएं निकालकर नागरिकों को जागरूक करती रहती है। उनमें से एक नसबंदी भी है। इसमें महिलाओं की गर्भधारण करने वाली नस को ब्लॉक कर दिया है। इससे महिलाओं में संतान उत्पत्ति की क्षमता खत्म हो जाती है। जब नसबंदी के बाद भी महिलाएं गर्भवती हो गई तो हड़कंप मच गया। इसकी शिकायत लेकर महिलाओं के परिजन जिला अस्पताल पहुंचे तो मामले की पोल खुली। डॉक्टर सवालों के जवाब से बचते हुए देखे गए। वहीं मामले पर पर्दा डालने के लिए नसबंदीशुदा महिलाओं को चिन्हित कर 60-60 हज़ार रुपये मुआवजा देने की बात विभाग कह रहा है, जबकि वहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि मामला पूर्णतः असत्य है। ऐसा कोई प्रकरण स्वास्थ्य विभाग के संज्ञान में नही है। हालांकि नसबंदी फेल होना कोई बडी बात नहीं है, ऐसे मामले आते रहते हैं।