दुर्ग जिले में डायरिया का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। भिलाई के गौतम नगर में डायरिया से एक महिला की मौत हो गई। 52 वर्षीय करमैता गौतम को सबसे पहले लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल सुपेला में दाखिल किया गया था। बाद में दुर्ग जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहां भी तबीयत नहीं सुधरी तो रायपुर स्थित अंबेडकर अस्पताल भेज दिया गया। वहां से भिलाई स्थिति शंकराचार्य अस्पताल लेकर आ रहे थे, तभी रास्ते में करमैता ने दम तोड़ दिया। अब तक क्षेत्र में कुल 78 मरीज डायरिया के मिल चुके हैं। निजी अस्पतालों में इलाज करवाने वाले मरीजों की संख्या अतिरिक्त है। दूषित जल से डायरिया फैलने की आशंका है, इसको देखते हुए बोरिंग भी बंद कर दिया गया है।
भिलाई के खुर्सीपार इलाके में पिछले 5 दिनों से डायरिया का प्रकोप फैला हुआ है, अब तक 78 से ज्यादा मरीज सामने आ चुके हैं, जिसमें लगभग 8 मरीज अस्पताल में रहकर इलाज करवा रहे हैं, तो बाकी लोगों का घर पर ही इलाज जारी है। जिले के स्वास्थ्य महकमें में डेंगू मलेरिया डायरिया तथा पीलिया के मामले को लेकर भिलाई का कैंप और खुर्सीपार के कुछ इलाको को सबसे ज्यादा संवेदनशील क्षेत्र के तौर पर घोषित कर रखा है। डायरिया के मरीज मिलने के बाद अब नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर सर्वे कर रही हैं। मितानिनों द्वारा भी घरों में सर्वे के दौरान लोगों को उल्टी दस्त से पीड़ित लोगों की सूची बनाई जा रही है, तो वहीं आसपास के घरों में क्लोरीन टैबलेट भी बांटी जा रही है, लोगों को पानी को उबालकर पीने की जा रही है, तो वहीं आसपास के घरों में साफ सफाई की व्यवस्था भी जां रही है। मोबाइल मेडिकल यूनिट को भी इलाकों में तैनात किया गया है।