‘लापता लेडीज’ की कहानी, डायरेक्शन और संवाद सब कुछ बेहतरीन है। लेकिन, हम बात कर रहे हैं एक खास एक्टर रवि किशन की. जब आमिर खान जैसे एक्टर को रिप्लेस कर उनकी एक्स वाइफ और ‘लापता लेडीज’ की डायरेक्टर किरण राव फिल्म में उनकी जगह रवि किशन को ले लें। चर्चाएं तब और होती हैं, जब इस बात को खुद आमिर खान भी एक्सेप्ट कर रहे हों और कह रहे हों कि हां ऐसा हुआ है।
‘मामला लीगल है’ जैसी हल्की-फुल्की सीरीज गंभीर मुद्दों पर गंभीरता से लेकिन हंसाते हुए सवाल उठा जाए तो चर्चा होना तब और भी जरूरी हो जाता है कि उस सीरीज में बीडी त्यागी जैसा कैरेक्टर और उस कैरेक्टर को रवि किशन जैसा कोई कमाल का एक्टर पंख दे जाए। रवि किशन पर बहुत कम बात की गई है। उनके इंटरव्यू भी कम हुए हैं वह एक राजनेता भी हैं। वो अवॉर्ड फंक्शन्स में भी न के बराबर दिखे। लेकिन, कुछ बात है उनमें जिनकी वजह से बीडी त्यागी याद रह गया।
यूपी के पूर्वी हिस्सों और बिहार में बोले जाने वाले इस अलग ही तरह के स्लैंग को नैशनल बनाने वाले रवि किशन की शुरुआती जिंदगी भी कुछ ऐसी ही थी। एक्टिंग का शौक था। शौक ऐसा कि ढोल की आवाज में पैर थिरकने लग जाते। नाचना और एक्टिंग करना पसंद था। वो भी उस जमाने में जब वो युवा थे। जब यूपी के दूरदराज गांवो में एक्टिंग और नाचने को लेकर मजाक किया जाता था। एक पुराने इंटरव्यू में रवि किशन ने बताया भी था कि जब वो अपने पापा के पास गए और बताया कि उन्हें एक्टिंग करनी है तो उनकी बेल्ट से पिटाई हो गई। इतना ही नहीं, उन्हें ‘नचनिया बनेगा।’ कहके डांटा भी गया। लेकिन, ये आशीर्वाद जैसा हो गया उनके लिए और वो सच में एक्टिंग में धाक जमाने में कामयाब हुए।