गूगल ने मलयालम सिनेमा की पहली अभिनेत्री पीके रोजी की 120वीं जयंती पर विशेष डूडल बनाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी है। तिरुअनंतपुरम में जन्मी रोजी में कम उम्र में ही अभिनय के प्रति रुझान पैदा हो गया था।
गूगल के अनुसार, ऐसे काल में जब समाज के कई वर्गों में कला प्रदर्शन के प्रति उपेक्षा का भाव अपनाया जा रहा था, तब खास तौर से महिलाओं के लिए रोजी ने मलयालम फिल्म “विगाथाकुमारन” (गुमशुदा बच्चा) में अपनी भूमिका से उन बंधनों को तोड़ने का काम किया था। उस फिल्म में उन्होंने एक नायर महिला सरोजनी की भूमिका निभाई थी। एक दलित महिला द्वारा नायर का किरदार निभाए जाने से नायर समुदाय के लोग नाराज हो गए थे।
रिपोर्टों के अनुसार, ऊंची जाति के लोगों ने रोजी का घर जला दिया था और वह वहां से भाग निकली थीं। उन्होंने एक ट्रक चालक केसवन पिल्लै के साथ शादी कर ली और तमिलनाडु में “राजम्माल” के रूप में अपना शेष जीवन व्यतीत किया।