रायपुर। चैन स्नेचिंग की 5 एवं वाहन चोरी की 3 घटनाओं के 3 आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनमें 1 अंतर्राज्यीय तथा 1 हिस्ट्रीशीटर सहित 2 स्थानीय आरोपी शामिल है।
शहर के 5 अलग – अलग थानों में आरोपियों के खिलाफ है अपराध पंजीबद्ध है। आरोपियों ने अधिकतर बुजुर्ग महिलाओं को अपना शिकार बनाया। घटना को अंजाम देने के पूर्व स्वयं की पहचान छिपाने के उद्देश्य से अपना चेहरा ढ़कने के साथ ही वाहन में फर्जी नंबर प्लेट लगाते थे। अज्ञात आरोपियों की पतासाजी के लिए सैकड़ों सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले गए। आरोपियों को चिन्हांकित करने एवं गिरफ्तार करने में एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट टीम की अहम भूमिका रहीं। तीनों आरोपी पूर्व में भी अलग – अलग प्रकरणों में जेल जा चुके है। आरोपियों के कब्जे से 5 सोने की चैन एवं 2 सोने की अंगूठी कुल वजन लगभग 10 तोला 7 ग्राम जब्त किया गया है।
घटना में प्रयुक्त चोरी की 3 दोपहिया वाहन पल्सर, एक्टिवा एवं एक्सेस को भी जब्त किया गया है। जप्त सामान की कुल कीमत है लगभग 10,16,900 रुपए है। आरोपियों से अन्य घटनाओं के संबंध में भी विस्तृत पूछताछ की जा रही है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि तीनों गोबरानवापारा में रहते थे तथा योजना बनाकर चैन स्नेचिंग की घटनाओं को अंजाम देते थे। योजना के अनुसार घटनाओं को अंजाम देने सर्वप्रथम तीनों रायपुर के अलग – अलग स्थानों से 3 दोपहिया वाहन चोरी किए थे। इसके बाद सर्वेश दुबे व कैलाश यादव चोरी की दोपहिया वाहनों में फर्जी नंबर प्लेट लगाकर गोबरानवापारा से रायपुर शहर आते थे एवं स्वयं की पहचान छिपाने के उद्देश्य से अपने चेहरे को कपड़ा से ढ़क कर चैन स्नेचिंग की घटनाओं को अंजाम देकर गोबरानवापारा फरार हो जाते थे। चैन को कृष्ण कुमार मेश्राम मुथुट गोल्ड लोन फायनेंस में गिरवी रखकर रकम प्राप्त करता था। मुथुट गोल्ड लोन फायनेंस द्वारा बिना दस्तावेजों के सोने के चैन को गिरवी रखने के संबंध में पूछताछ की जा रहीं है।
आरोपी सर्वेश दुबे पूर्व में भी रायपुर के थाना पंडरी, देवेन्द्र नगर, टिकरापारा तथा भोपाल (म.प्र.) के थाना हबीबगंज एवं गोविंदपुरा से लूट एवं चोरी के लगभग 6 प्रकरणों में जेल में रह चुका है। आरोपी कैलाश यादव पूर्व में थाना गोबरानवापारा से चोरी, मारपीट एवं प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत् जेल में रह चुका है तथा आरोपी कृष्ण कुमार मेश्राम थाना गोबरानवापारा का हिस्ट्रीशीटर है, जिसके खिलाफ थाना गोबरानवापारा में बलवा, चोरी, आगजनी, तोड़फोड़, मारपीट, शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाना, आर्म्स एक्ट, उद्यापन एवं अन्य सहित लगभग 1 दर्जन अपराध पंजीबद्ध है, जिनमें वह जेल निरूद्ध रह चुका है।