छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और रायपुर के नवनिर्वाचित सांसद बृजमोहन अग्रवाल सियासी तौर पर एक-दूसरे के धुर विरोधी माने जाते हैं। दोनों एक-दूसरे पर सियासी प्रहार करने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं। ऐसे में इनमें से कोई दूसरे के मान-सम्मान को लेकर चिंता व्यक्त करने पर अब सवाल उठ रहे है।
यह मामला योग दिवस के कार्यक्रम के आमंत्रण पत्र से जुड़ा हुआ है। आज योग दिवस के मौके पर प्रदेश सरकार के स्तर पर राजधानी के साइंस कॉलेज मैदान में मुख्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। समाज कल्याण विभाग की तरफ से आयोजन में शामिल होने वालों के लिए निमंत्रण पत्र छपाया गया है। इस निमंत्रण पत्र पर मुख्य अतिथित के रुप में सीएम साय का नाम है। लेकिन रायपुर संसदीय क्षेत्र में हो रहे इस कार्यक्रम के निमंत्रण पत्र पर यहां के नवनिर्वाचित सांसद और एक दिन पहले तक प्रदेश सरकार में वरिष्ठ मंत्री रहे बृजमोहन अग्रवाल का नाम नहीं था। कार्यक्रम की अध्यक्ष के रुप में महिला बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े का नाम है।
जिस दिन कार्ड छपा उस दिन उसपर विशिष्ठ अतिथियों में विधायक राजेश मूणत, पुरंदर मिश्रा, अनुज शर्मा, मोती लाल साहू, गुरु खुशवंत साहेब और इंद्र कुमार का नाम है। इस कार्ड पर रायपुर के नवनिर्वाचित सांसद और रायपुर दक्षिण सीट के निवर्तमान विधायक और एक दिन पहले राज्य कैबिनेट से इस्तीफा देने वाले बृजमोहन अग्रवाल का नाम नहीं था।
कार्ड में अग्रवाल का नाम नहीं होने को मुद्दा बनाते हुए पूर्व सीएम बघेल ने सोशल मीडिया (एक्स) में एक पोस्ट किया है। बघेल ने लिखा है कि पहले विधानसभा से निकाला, फिर मंत्रिमंडल से निकाला और अब रायपुर के सांसद को योग दिवस के कार्यक्रम से भी निकाल दिया। विचारधारा और कार्यप्रणाली के आधार पर किसी से वैचारिक मतभेद हो सकते हैं, लेकिन बृजमोहन अग्रवाल जी एक वरिष्ठ राजनेता और जनप्रतिनिधि भी हैं, उनका नाम इस निमंत्रण पत्र में न होना, रायपुर लोकसभा की जनता का भी अपमान है।
भूपेश बघेल के इस एक्स पोस्ट को री-ट्वीट करते हुए प्रदेश बीजेपी की तरफ से सोशल मीडिया (एक्स) में एक पोस्ट किया गया है। पार्टी की तरफ से कहा गया है कि भूपेश जी मंथरा बनने की कोशिश न करें। बृजमोहन जी कल कांकेर में योग दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि हैं। और रही बात विचारधारा की तो आपके कार्यकाल में टी एस सिंहदेव जी का सम्मान भी जनता ने देखा है। बिल्ली के भाग से छीका बिल्कुल नहीं टूटने वाला है। जनता ने आपके झूठ और फरेब का जवाब दे दिया है। कृपया जानकारी लेकर कुछ ट्वीट किया करें। रही सही साख भी अपनी और कांग्रेस की भी क्यों डुबाने पर आमादा हैं।
शिव डहरिया ने बृजमोहन को दिया था ऑफर
बता दें कि, जिस वक्त बृजमोहन अग्रवाल के विधायकी से इस्तीफे की बात चल रही थी उस सामने कांग्रेस ने बृजमोहन अग्रवाल को बड़ा ऑफर दिया था। पूर्व मंत्री शिव डहरिया ने कांग्रेस में आने पर उन्हें मनचाहा पद मिलने की बात कही थी। डहरिया ने कहा कि बृजमोहन चाहे तो कांग्रेस में आ जाएं। वो जो चाहेंगे वो मिलेगा। बीजेपी में सिर फुटौवल की स्थिति बनी हुई।