नई दिल्ली। अस्पताल में मौजूद नर्स की ये जिम्मेदारी होती है कि वह मरीजों की देखभाल करें। उन्हें स्वस्थ होने में मदद करे। लेकिन अगर नर्स ही मरीजों के मौत का कारण बन जाए, तो हालात बहुत बुरा हो जाएगा। अब आप सोच रहे होंगे भला नर्स कैसे किसी के मौत का कारण बनेंगे। लेकिन आज हम आपको एक नर्स से जुड़ी ऐसी घटना के बारे में बताएंगे, जिसे सुनकर आप हैरत में पड़ जाएंगे। वैसे तो आपने खूब सारी हत्याओं और सीरियल किलर की कहानी सुनी होगी। लेकिन इस सीरियल किलर की कहानी आपका दिल दहला देगी। दरअसल, ये घटना जर्मनी की है, जहां नील्स होएग्ल नाम के एक पुरुष नर्स ने 100 लोगों को मौत के घाट उतार दिया। इस घटना ने लोगों को हिलाकर रख दिया है। हालांकि, अब ये कातिल नर्स उम्रकैद की सजा काट रहा है। साल 1999 से 2005 के बीच जर्मनी के दो शहरों में नर्स नील्स होएग्ल पर 38 और 62 मरीजों की हत्या के आरोप हैं। होएग्ल ने अस्पताल में आए मरीजों को जहर का इंजेक्शन देकर मौत के घाट उतार दिया। इस सीरियल किलर के द्वार की गई हत्याओं को लेकर अदालत ने कहा था कि ये घटना मानवीय कल्पनाओं से बिल्कुल परे है। साल 2015 के कोर्ट ट्रायल के दौरान नील्स होएग्ल के खिलाफ चल रही जांच का दायरा उस वक्त बढ़ा दिया गया, जब उन्होंने 30 लोगों की जान लेने की बात कबूल कर ली। इस ट्रायल में उन्हें कत्ल के दो, कत्ल की कोशिश के दो मामलों और मरीजों को नुकसान पहुंचाने के आरोप में दोषी पाया गया। जांच अधिकारियों ने 130 पूर्व मरीजों की कब्र खोद कर तफ्तीश के काम को अंजाम दिया, ताकि उन्हें जहर दिए जाने की संभावना का पता लगाया जा सके। बता दें कि साल 2005 में होएग्ले को जर्मनी के डेलमेनहोर्स्ट में एक मरीज को जहर देते हु पकड़ लिया गया था। पुलिस को इस बात का शक है कि होएग्ले ने 200 से अधिक मरीजों की जान ली होगी। हालांकि, अदालत ने इस बात को साबित नहीं कर पाया, क्योंकि होएग्ले की याददाश्त ठीक से काम नहीं कर रही है।