नागपुर में झगड़े के बाद घर छोड़ने वाली एक किशोरी कुछ ही घंटे में दो बार सामूहिक दुष्कर्म का शिकार हो गई। उससे छह लोगों ने दुष्कर्म किया, जिनमें चार आटो चालक थे। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पीडिता अनुसूचित जाति की है और उसने अपनी भाभी से बहस के बाद घर छोड़ दिया था। उसके एक दोस्त ने अपने आटो रिक्शे से लोहापुल इलाके में छोड़ दिया। वहां उसकी मुलाकात आटो चालक शाहनवाज उर्फ सना मुहम्मद राशिद से हुई। किशोरी ने उससे पैसे व आश्रय की मदद मांगी।
शाहनवाज ने रात आश्रय देने का भरोसा देकर उसे आटो में बैठाया और एक अवैध शराब दुकान पर ले गया। वहां उसने शराब पी और किशोरी को भी जबरन पिलाया। इसके बाद वह किशोरी को टिमकी इलाके में स्थित एक किराये के कमरे में ले गया, जहां रेलवे के दो लोडर रहते थे। वहां उसके साथ शाहनवाज, उसका दोस्त यूसुफ और दोनों लोडरों ने दुष्कर्म किया। बाद में शाहनवाज ने उसे मायो हास्पिटल स्क्वायर के पास छोड़ दिया। वहां से उसे दो अन्य आटो वाले जबरन उठा ले गए और दुष्कर्म किया।”
कुछ लोगों से मदद लेकर किशोरी नागपुर रेलवे स्टेशन पहुंची। वहां रेलवे पुलिस ने संदेह के आधार पर उससे पूछताछ की और शाहनवाज, यूसुफ व मुशीर को गिरफ्तार करके स्थानीय थाने को सौंप दिया। पीड़िता को चाइल्ड केयर सेंटर को सौंपते हुए मामले की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।