रायपुर। देर रात छत्तीसगढ़ के विपक्ष के नेता और पार्टी प्रमुख अमित अजीत जोगी ने सरकार के अधिकारीयों पर लगाए आरोपों से खुदको अलग किया। माफी के साथ सोशल मीडिया पोस्ट को डिलीट किया। देखिए क्या कह कर उन्होंने अपनें पोस्ट को डिलीट किया।…
मेरा मानना है कि किसी के निजी जीवन पर बोलने से परहेज़ करना चाहिए। कल की मेरी पोस्ट जिसमें मैंने कुछ लोक सेवकों की ऐसी निजी तस्वीरें प्रकाशित की थी जिसका उनके लोक जीवन से कोई सम्बंध नहीं है निश्चित रूप से एक गलती है जिस से लोगों की भावना और सम्मान दोनों पर विपरीत असर पड़ा है। इसके लिए मैं पोस्ट को डिलीट करते हुए उनसे क्षमा याचना करता हूँ। ग़लतियाँ सब से होती हैं और उसको स्वीकार करने में मुझे कोई झिझक नहीं है।
अमित अजीत जोगी
https://twitter.com/amitjogi/status/1426789803136229378?s=21
https://www.facebook.com/533560906781120/posts/2261315994005594/
रायपुर। देर रात छत्तीसगढ़ के विपक्ष के नेता और पार्टी प्रमुख अमित अजीत जोगी ने सरकार के गंगाजल को लेकर प्रदेश में पूर्ण शराब बंदी को लेकर एक बडा तंज कसा है। राज्य के बड़े अधिकारियों की व्यक्तिगत शाम की खास तस्वीरें अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुई अमित जोगी ने सता पक्ष को पूर्ण शराबबंदी की याद दिलाते हुई उनके खास अफसरों पर उंगली उठाते हुए सवाल दागे है। देखिए क्या लिखा है जोगी कांग्रेस के प्रमुख अमित अजीत जोगी ने उनके शब्दों में…..
गंगाजल को हथेली में लेकर कांग्रेसी नेताओं ने प्रदेश के मैदानी इलाक़ों में #पूर्ण_शराबबंदी लागू करने का वादा किया था।मेरे पास ताज़ा तस्वीरें आयीं हैं जिसमें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर सरकार के वरिष्ठ IAS/IPS अधिकारी खुलेआम शराब पी रहे हैं।GST सचिव श्रीमती रानु साहू,रायपुर SSP श्री अजय यादव और उनके साथी अधिकारी मित्र खुले आम शराब-वोदका,बीर,विस्की इत्यादि- का शासकीय भवन में सेवन करके अय्याशी कर रहे हैं। ये बेहद आपत्तिजनक है! छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को इन अधिकारियों से स्पष्टीकरण माँगना चाहिए और उनके विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही करनी चाहिए।ऐसे अधिकारियों को बर्खास्त करना चाहिए। जिन अधिकारियों की मासिक तनखा ₹50000 है, वे एक रात में ₹100,000 की शराब कैसे पी सकते हैं, इसकी पृथक से शिकायत मैं DoPT और प्रधान मंत्री को करूँगा। छत्तीसगढ़ की जनता की लूट मैं कदापि बर्दाश्त नहीं करूँगा!अभी ढाई साल का समय है,सुधर जाइए!
इस बात को उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सार्वजनिक रूप में पोस्ट किया है। साथ ही उन्होंने अपने दूसरी पोस्ट में आईपीएस अजय यादव पर खंडन किया है। और तीसरी पोस्ट में आईएएस रानू साहू के संबंध में जानकारी दी।
पोस्ट स्क्रिप्ट-1
रायपुर SSP श्री अजय यादव ने पुष्टिकरण किया है की वे इन तस्वीरों में नहीं हैं। मैं उनकी इस बात का, स्वतंत्र सूत्रों के पुष्टिकरण के बिना, फ़िलहाल खंडन कर रहा हूँ। अगर कोई गलती हुई है तो उनसे मुझे खेद है। शेष सभी दर्शित व्यक्तियों के नाम यथावत हैं।
पोस्ट स्क्रिप्ट-2 श्रीमती रानु साहू ने मुझे व्यक्तिगत रूप से जानकारी दी है कि ये तस्वीरें स्वतंत्रता दिवस की संध्या के पूर्व के चित्र नहीं हैं (हालाँकि उनकी सत्यता पर उन्होंने कोई आपत्ति नहीं की है)। इस आधार पर मैं इस बात को स्पष्ट करना चाहता हूँ।
अमित अजीत जोगी
https://twitter.com/amitjogi/status/1426602805758894081?s=21
https://www.facebook.com/533560906781120/posts/2260916610712199/
https://www.instagram.com/p/CSkGmm3o3QR