रायपुर। रायपुर के गुढ़ियारी इलाके में रहने वाली दीपा शर्मा को इनके भाई अनुराग शर्मा ने संपत्ति के विवाद की वजह से घर से निकाल दिया। बीते 4 दिनों से 1 जोड़ी कपड़े और दो बच्चों के साथ महिला सखी सेंटर में रहने को मजबूर हैं। अब सखी सेंटर वाले भी इन्हें कोई और ठिकाना ढूंढने को कह रहे हैं। महिला कह रही है कि शहर में 75 लाख का घर होने के बावजूद आज मुझे भिखारियों की तरह भटकना पड़ रहा है। कोई मेरी मदद करने वाला नहीं है । पुलिस भी कार्रवाई नहीं कर रही। भाई ने बुरी तरह से पीटा, पुलिस ने केस दर्ज किया मगर भाई से पूछताछ तक नहीं हुई। मामला 26 फरवरी का है। गुस्से में आकर महिला के भाई अनुराग शर्मा ने बिजली के वायर को चाबुक की तरह इस्तेमाल करते हुए महिला को पीटा था। दीपा पारिवारिक कारणों से पति से अलग मायके में रह रहीं थीं। दीपा का दावा है कि प्रॉपर्टी से बेदखल करने की नीयत से भाई ने मुझे पीटा और घर से निकाल दिया। अब दो बच्चों के साथ महिला मदद की आस लिए भटक रही है।
भाई का दावा चोर है बहन
अपनी बहन के साथ मारपीट करने वाले भाई अनुराग शर्मा का दावा है कि उसकी बहन दीपा ने मां के गहने और 75,000 रुपए चुराए हैं इसलिए उसने मारपीट की। अनुराग ने कहा दीपा गहनों और रुपयों को लौटा नहीं रही है। इस मामले में हमने थाने में शिकायत की मगर दीपा के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई। अनुराग का दावा है कि दीपा हमें संपत्ति से बेदखल कर पूरी प्रॉपर्टी हड़पना चाहती है, इसलिए उसने उसे घर से निकाल दिया। चोरी का सामान लौटाए और यहां आकर वो रहे हमें परेशानी नहीं। परिवार के इस झगड़े में दीपा के दो बच्चे भी पिस रहे हैं। मां के साथ सखी सेंटर में रहने को मजबूर हैं और अब सेंटर से निकाले जाने के बाद कहां जाएंगे इस बात का कोई जवाब नहीं है। स्कूल की पढ़ाई का नुकसान हो रहा है सो अलग, और परिवार में चल रहे इस तरह के विवाद की वजह से मानसिक प्रताड़ना भी बच्चे झेल रहे हैं। दीपा ने थाने में कई बार अपनी शिकायत पर कार्रवाई की मांग की तो पुलिस ने डपट कर भगा दिया। अब दीपा पूछ रही है कि मुझ पर झूठे इल्जाम लगाकर मुझे मेरे ही घर से निकाल दिया गया, इतनी सारी संस्थाएं और कानून किस काम का जब हमें कोई सहायता नहीं मिल पा रही।