रेलवे ने अपने महिलाकार्मिकों को अधिक सुविधाजनक माहौल देने की तैयारी की है। उनके लिए सभी कार्यालय, संस्थान और कारखाने में अलग प्रसाधन (टायलेट), चेंजिंग रूम, टिफिन रूम और पेयजल स्थान की व्यवस्था की जाएगी।
रेलवे का कार्यस्थल पर महिलाओं को आवश्यक सुविधाएं हर हाल में मुहैया कराने पर जोर है। रेलवे बोर्ड के प्रधान कार्यकारी निदेशक ने दक्षिण पूर्व रेलवे बिलासपुर, रेलवे कोच कारखाना (आरसीएफ) कपूरथला और बनारस लोकोमोटिव वर्क्स (बीएलडब्ल्यू) वाराणसी को छोड़कर पूर्वोत्तर रेलवे सहित सभी जोनल कार्यालयों को पत्र लिखकर इस संबंध में रिपोर्ट मांगी है। पत्र में निर्देश दिया गया है कि जिन कार्यस्थलों पर महिलाओं से संबंधित संसाधन मौजूद हैं, उन्हें और व्यवस्थित करें। जहां संसाधन नहीं हैं, वहां यथाशीघ्र निर्माण कराएं और इसकी रिपोर्ट बोर्ड को उपलब्ध कराएं।
यह राष्ट्रीय स्तर पर तैयार की जा रही है ताकि जोन स्तर पर महिलाओं को मिल रहीं सुविधा और कार्य वातावरण का आकलन किया जा सके। अभी तक की जानकारी के अनुसार महिलाओं के लिए कहीं अलग से प्रसाधन की व्यवस्था की गई है तो चेंजिग और टिफिन रूम नहीं है। अधिकतर स्थलों पर कामन रूम से ही काम चल रहा है। वर्कशापों में अलग प्रसाधन तो है, लेकिन टिफिन रूम और चेंजिग रूम कामन है। यही स्थिति अन्य विभागों और कारखानों में है। ऐसे में महिला कर्मचारी असहज महसूस करती हैं और कार्य प्रभावित होता है।