खानपान और जीवन शैली में हो रहे बदलावों के कारण आजकल डायबिटीज की समस्या आम हो गई है। मगर क्या आपको पता है कि आपकी डायबिटीज यानी मधुमेह आपके बच्चों पर भारी पड़ सकती है। एक नए अध्ययन का दावा है कि माता-पिता की डायबिटीज बच्चों की ज्ञान संबंधी क्षमताओं के विकास पर असर डाल सकती है।
डेनमार्क स्थित कोपेनहेगन यूनिवर्सिटी हास्पिटल के शोधकर्ताओं की ओर से किए गए अध्ययन के नतीजों को पीएलओएस मेडिसिन जर्नल में प्रकाशित किया गया है। अध्ययन से यह पहली बार पता चला है कि टाइप-1 डायबिटीज जैसी बीमारी से पीड़ित माता-पिता के बच्चों के स्कूल स्तर पर निम्न प्रदर्शन का संबंध इस रोग से हो सकता है। शोधकर्ताओं की टीम ने 6-18 वर्ष के छह लाख 22 हजार 73 बच्चों पर सात वर्ष तक अध्ययन किया। इनमें से 2,144 बच्चों की माताएं टाइप-1 डायबिटीज से पीड़ित थीं, जबकि 3,474 के पिता इस बीमारी से पीड़ित थे। अध्ययन के अनुसार, माता-पिता की इस बीमारी की वजह से बच्चों में तनाव की समस्या बढ़ती है और इसका सीधा असर बच्चों की पढ़ाई पर पड़ता है।