गीताप्रेस से प्रकाशित होने वाली दुर्गा सप्तशती अब आर्ट पेपर पर छपेगी। इस ग्रंथाकार पुस्तक की पांच हजार प्रतियां पहले संस्करण में प्रकाश्ाित की जाएंगी। आर्ट पेपर पर चार रंग के अक्षरों व चित्रों के साथ प्रकाशित दुर्गा सप्तशती न केवल देखने में आकर्षक होगी, बल्कि पढ़ने में भी सुविधाजनक होगी। इस पुस्तक को शारदीय नवरात्रि से पहले उपलब्ध कराने की योजना है। दुर्गा सप्तशती गीताप्रेस से आर्ट पेपर पर प्रकाशित होने वाली तीसरी पुस्तक होगी। पिछले साल अप्रैल में गीता का प्रकाशन इसी पेपर पर शुरू हुआ था। उसकी मांग को देखते हुए प्रबंधन ने श्रीरामचरितमानस का प्रकाशन शुरू किया, जो अंतिम चरण में है। आर्ट पेपर पर प्रकाशित होने जा रही दुर्गा सप्तशती की कीमत व पेज संख्या अभी तय नहीं हैं।
अब तक आर्ट पेपर पर केवल चित्र प्रकाशित होते थे, जबकि अक्षरों का प्रकाशन साधारण पेपर पर होता था। साधारण पेपर पर अक्षरों का प्रकाशन होने के बाद चित्रों को अलग से पुस्तक में जोड़ना पड़ता था। अब आर्ट पेपर पर छपाई होने से पुस्तक में अलग से चित्र जोड़ने के झंझट से मुक्ति मिल जाएगी। दुर्गा सप्तशती में कितने चित्र शामिल होंंगे, अभी यह तय नहीं है। इसका प्रकाशन 15 दिन बाद शुरू करने की योजना है।
गीताप्रेस की सर्वाधिक बिक्री वाली पुस्तकों में दुर्गा सप्तशती भी शामिल है। विभिन्न भाषाओं में इसकी चार लाख से अधिक प्रतियां प्रति वर्ष प्रकाशित होती हैं। पिछले साल बिकी 4.67 लाख पुस्तकों में से 4.25 लाख संस्कृत-हिदी की थीं।