12 वीं के छात्रों के लिए दिए दो आॅप्शन
कोरोना संक्रमण को देखते हुए सीवीएससी ने 10 वीं व 12 वीं की बची हुई परिक्षाएं स्थगित करते हुए इसे नहीं लेने का फैसला लिया है। 10 वीं की परीक्षा को पूणत स्थगित किया गया है। वहीं 12 वी के छात्रों के लिए विकल्प के तौर पर निर्णय लेना छात्रों के उपर छोड़ा है। 12 वीं के छात्र अगर परीक्षा में बैठना चाहते हैं तो वे परीक्षा में शामिल हो सकते हैं और जो छात्र परीक्षा नहीं देना चाहते उन्हें पिछली दो परिक्षाओं के आधार पर अंक देने का निर्णय लिया गया है।
12 वीं के छात्रों के लिए सीबीएससी ने दोनों आॅप्शन खोल कर रखने के निर्णय लिया है। शिक्षाविदों की माने तो ये रास्ता उन छात्रों के लिए लाभदायक है जिनके टॉपटेन में आने के चांस इस साल थे। शिक्षाविद प्रगति मीरानी की माने तो सीधे-सीधे अगर 12 वीं परीक्षा स्थगित होती तो वो ऐसे छात्रों के लिए काफी तकलीफदायक होता। साल भर की मेहनत के बाद अब परिणाम देखे जाने का समय था। सीबीएस सी के दूसरे आॅप्शन का चयन कर बच्चे परीक्षा में सुरक्षा के साथ बैठते हुए आगे और मेहनत कर सकते हैं।
शिक्षाविद अंकित अग्रवाल की माने तो कोविड का खतरा चारों ओर है ऐसे में सीबीएससी का 12 वीं के बच्चों के लिए दो आॅप्शन देने का निर्णय काबिले तारीफ है। एवरेज स्टूडेंट पहली की परिक्षा के अंक के अनुसार प्रमोशन पा सकता है। वहीं बोर्ड के लिए विशेष तैयारी करने वाले एक्ट्रेआॅडनरी बच्चे परीक्षा में बैठ के एक बार और अपने आप को चांस दे सकते हैं। परीक्षा में बैठने से छात्रों को खुद को परखने का एक चांस भी मिलेगा।