केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने दसवीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षा के प्रश्नपत्रों के पैटर्न में बदलाव किया है। नई शिक्षा नीति के तहत किए गए ये बदलाव मौजूदा सत्र से ही लागू होंगे। इसके तहत एक प्रश्नपत्र तीन घंटे का होगा। सीबीएसई पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि इसी सत्र (2022-23) से 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं कोरोना पूर्व के वर्षों की भांति एक ही टर्म में सत्र के अंत में वार्षिक परीक्षा के रूप में आयोजित की जाएंगी, जबकि पहले कोरोना के कारण दो टर्म में परीक्षाएं लेने का निर्णय हुआ था।
सीबीएसई के निदेशक (अकादमिक) द्वारा जारी परिपत्र के अनुसार, अगले वर्ष से 10वीं की सालाना बोर्ड परीक्षा में लगभग 40 प्रतिशत प्रश्न समझ आधारित होंगे। ये बहुविकल्पीय प्रश्न होंगे, जिनमें केस स्टडी आधारित व पैराग्राफ पर आधारित प्रश्न प्रश्न होंगे। 20 प्रतिशत प्रश्न वस्तुनिष्ठ होंगे और बाकी के 40 प्रतिशत प्रश्न लघु उत्तरीय व दीर्घ उत्तरीय होंगे। 12वीं की परीक्षा में 30 प्रतिशत प्रश्न समझ आधारित बहुविकल्पीय होंगे, जिनमें केस स्टडी व पैराग्राफ आधारित प्रश्न होंगे। 20 प्रतिशत वस्तुनिष्ठ प्रश्न होंगे, जबकि शेष 50 प्रतिशत प्रश्न लघु और दीर्घ उत्तरीय पूछे जाएंगे। सीबीएसई के अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बोर्ड ने पहले की तरह वार्षिक परीक्षाओं का निर्णय सभी हितधारकों की प्रतिक्रिया लेने के बाद लिया है। ये परीक्षाएं तीन घंटे की होंगी।
सीबीएसई ने स्पष्ट किया है कि 10वीं और 12 वीं की आंतरिक परीक्षाओं के पैटर्न में किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं किया जाएगा। जिस प्रकार पहले स्कूलों में आंतरिक परीक्षाएं होती रही हैं, वे आगे भी उसी प्रकार से होंगी। इसके लिए पहले ही दिशानिर्देश जारी किए जा चुके हैं। हालांकि, नौवीं और 11वीं की परीक्षाओं के लिए भी प्रश्नपत्र का बदला हुआ पैटर्न लागू होगा। छात्र सीबीएसई द्वारा निर्धारित नए प्रश्न-पत्र के पैटर्न को उसकी वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं।