चेन्नई। भारत के युवा ग्रैंडमास्टर रमेशबाबू प्रज्ञानानंद ने कमाल कर दिया है। वे शतरंज के बड़े-बड़े दिग्गजों को मात देते हुए चेसेबल मास्टर्स फाइनल में पहुंच गए हैं। अब उनका सामना वल्र्ड नंबर-2 चीन के डिंग लिरेन से होगा। प्रज्ञानानंद चेसेबल मास्टर्स के फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। महज 12 साल की उम्र में ग्रैंडमास्टर का टाइटल हासिल करने वाले प्रज्ञानानंद ने अपने से हाई रेटिंग वाले डच ग्रैंडमास्टर अनीश गिरि को सेमीफाइनल मुकाबले में टाई ब्रेकर में 3.5-2.5 से हराया। इससे पहले चार गेम का मुकाबला 2-2 की बराबरी पर रहा था। प्रज्ञानानंद ने इस प्रतियोगिता के 5वें दौर में विश्व चैंपियन मैगनस कार्लसन को हराया था। यह दूसरा मौका था, जब उन्होंने विश्व चैंपियन को पराजित किया था। इससे 90 दिन पहले फरवरी के महीने में उन्होंने एयरथिंग्स मास्टर्स में कार्लसन को पहली बार हराया था। इस प्रतियोगिता में प्रज्ञानानंद के अलावा दो और भारतीय खिलाड़ी शामिल थे। पी हरिकृष्णा और गुजराती इस 16 खिलाडिय़ों की प्रतियोगिता में शुरआती आठ खिलाडिय़ों में जगह नहीं बना पाए और नॉकआउट दौर में नहीं पहुंच सके।