पुरी के जगन्नाथ धाम में एक जुलाई को होने वाली विश्वप्रसिद्ध रथयात्रा में शामिल श्रद्धालुओं का पांच-पांच लाख रुपये का बीमा भी होगा। भगदड़ की आशंका को देखते हुए ओडिशा सरकार ने पहली बार इसकी व्यवस्था की है। अभी इसके लिए 30 लोगों के बीमा का प्रावधान किया गया है। अभी तक की घटनाओं का आकलन करते हुए यह संख्या निर्धारित की गई है। बुधवार को आयोजित समन्वय समिति की बैठक में राज्य के कानून एवं पंचायतीराज मंत्री प्रताप कुमार जेना ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण दो साल बाद भक्तों के समागम के बीच महाप्रभु जगन्नाथ की रथयात्रा होने जा रही है। सरकार इस रथयात्रा को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए पूरी तरह से तैयार है। वहीं रथों के निर्माण का काम भी जोर-शोर से चल रहा है।
नीति प्रशासक जितेन्द्र कुमार साहू ने कहा कि रथ निर्माण में 200 कारीगर व अन्य सेवक नियोजित किए गए हैं। रथ के लिए लकड़ियों के निर्धारित 865 टुकड़े व 1542 मीटर कपड़े की व्यवस्था कर ली गई है। वहीं, 14 जून को प्रस्तावित देवस्नान पूण्र्ािमा के लिए सभी प्रकार की तैयारियां कर ली गई हैं। सुरक्षा, बिजली आपूर्ति व अन्य इंतजामों के साथ रेलवे स्टेशनों तथा अस्पतालों में भी विशेष प्रबंध किए गए हैं।
रेलवे के एडीआरएम (अतिरिक्त मंडल रेल प्रबंधक) अशोक कुमार ने बताया कि रथयात्रा के समय अतिरिक्त 40 ट्रेनें चलाई जाएंगी। पुरी रेलवे स्टेशन एवं आस-पास 35 टिकट केंद्र बनाए जाएंगे। व्यवस्था संभालने के लिए 500 रेल पुलिस कर्मचारी लगे रहेंगे। पुरी रेलवे स्टेशन पर दो एंबुलेंस भी तैनात रहेगी। पुरी आरटीओ ने कहा कि रथयात्रा के दौरान शहर के लिए विभिन्न् जगहों से 200 अतिरिक्त बसें चलाई जाएंगी।