हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर में घर में चोर-सिपाही के खेल में ग्राम विकास अधिकारी के साढ़े छह साल के बच्चे ने अपने छोटे भाई पर पिस्टल से फायर कर दिया। अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई। पिस्टल आलमारी में रखी थी और बच्चे ने खिलौना समझकर गोली चला दी।
बिंवार थाना क्षेत्र के उमरी गांव निवासी ग्राम विकास अधिकारी जयराम कुशवाहा ने बताया कि शुक्रवार सुबह साढ़े नौ बजे वह ड्यूटी पर जाने को तैयार हो रहे थे। उसी समय आलमारी खुली पाकर बड़े बेटे ने उसमें रखी पिस्टल निकाल ली और दो वर्षीय छोटे भाई सिद्धार्थ उर्फ बउवा के साथ चोर-सिपाही का खेल खेलने लगा। इस बीच उसने पिस्टल से फायर कर दिया। जैसे ही गोली चलने की आवाज सुनाई दी तो देखा कि सिद्धार्थ कमरे के फर्श पर लहूलुहान पड़ा था और बड़े बेटे के हाथ में पिस्टल थी। आनन फानन वह सिद्धार्थ को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। यहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। इंस्पेक्टर चित्रसेन सिंह ने बताया कि पिस्टल लोडेड थी और उसका लाक भी खुला हुआ था। शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
परिजनों ने पहले बच्चे को छत से व फर्श में फिसलकर गिरने से घायल होने की बात बताई थी, लेकिन जब उसे मृत घोषित कर दिया गया तो सब परेशान हो गए। इस बीच डाक्टरों ने पुलिस सूचना तैयार करनी शुरू की तो स्वजन बच्चे का शव लेकर वहां से भाग निकले थे।