रेल मंत्रालय ने प्लेटफार्म टिकट की कीमत मनमाने तरीके से बढ़ाने पर रोक लगा दी है। साथ ही डीआरएम से कीमत तय करने का अधिकार भी वापस ले लिया है। प्लेटफार्म टिकट की कीमतों में बढ़ोतरी भी वापस ले ली गई है। लोगों को अब पहले की तरह 10 रुपये में प्लेटफार्म टिकट मिलते रहेंगे।
त्योहारी मौसम के चलते रेलवे ने भीड़भाड़ वाले स्टेशनों के प्लेटफार्म टिकटों में भारी वृद्धि कर दी थी। दुर्गापूजा, दीवाली और छठ के मौके पर कई जोन में प्लेटफार्म टिकट की कीमत 30 रुपये से 50 रुपये तक कर दी गई थी। उत्तर, मध्य एवं दक्षिण रेलवे के स्टेशनों पर लोगों को अक्टूबर से ही ज्यादा पैसे देने पड़ रहे थे। इनमें बिहार एवं उत्तर प्रदेश के स्टेशन भी शामिल हैं।
दक्षिण रेलवे ने चेन्न्ई एवं आसपास के स्टेशनों पर प्लेटफार्म टिकट की कीमत में सौ प्रतिशत की वृद्धि कर दी थी। यह व्यवस्था भीड़ रोकने के लिए की जाती है। लेकिन, कई स्थानों से शिकायतें आने के बाद रेलवे बोर्ड के पैसेंजर मार्केटिग निदेशक विपुल सिघल ने प्लेटफार्म टिकट की बढ़ी हुई कीमतों को तत्काल वापस लेने का निर्देश दिया। सभी जोन को लिखे पत्र में उन्होंने कहा, प्लेटफार्म टिकट की कीमत में वृद्धि को छोड़कर बाकी सारे फैसले डीआरएम पहले की तरह ही लेते रहेंगे। रेलवे ने डीआरएम को यह अधिकार 2015 में दिया था।