सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड के बाद बॉलीवुड में नेपोटिज्म पर बहस जारी है। कई इसका विरोध कर रहे हैं तो कई सपोर्ट में हैं। लेकिन ऋचा चड्ढा ने इस बारे में कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी थी। इस वजह से वे सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर थीं। अब एक्ट्रेस ने ब्लॉग के जरिए अपनी बात रखी है। साथ ही सुशांत के लिए शोक जताने वाले कई डायरेक्टर्स पर निशाना साधा है।
उन्होंने लिखा है कि ये वही लोग हैं, जो साथ सोने के लिए तैयार न होने पर एक्ट्रेस को फिल्म अलविदा दोस्त…हेडिंग से लिखा ब्लॉग साथ में लिखा है कि कृपया तभी पढ़ें जब आप बदलाव को लेकर गंभीर हों…किसी के लिए द्वेष के साथ नहीं और सबके लिए प्यार के साथ। ऋचा ने साहीर लुधियानवी की लाइनों के साथ ब्लॉग शुरू किया है…
यहाँ इक खिलौना है
इन्सां की हस्ती
ये बस्ती है मुर्दा-परस्तों की बस्ती
यहाँ पर तो जीवन से है मौत सस्ती
ये दुनिया अगर मिल भी जाए तो क्या है
ये दुनिया अगर मिल भी जाए तो क्या है
लिखा है, साहिर लुधियानवी के ये शब्द फातिहे की तरह बीते महीने से मेरे कानों में गूंज रहे हैं।