भारत ने सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्माोस के उन्नत नौसैनिक संस्करण का सफल परीक्षण किया। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने बताया कि मिसाइल ने निर्धारित लक्ष्य पर सटीक प्रहार किया।
यह मिसाइल भारत-रूस का संयुक्त उपक्रम है जिसमें डीआरडीओ भारत का प्रतिनिधित्व करता है। मिसाइल का परीक्षण भारतीय नौसेना के स्टील्थ गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रायर आइएनएस विशाखापत्तनम से किया गया जिसे हाल ही में नौसेना में शामिल किया गया है। सूत्रों ने बताया कि समुद्र से समुद्र में मार करने वाली इस मिसाइल का अधिकतम दूरी तक परीक्षण किया। इसकी गति 2.8 मैक या ध्वनि की गति से तकरीबन तीन गुना है।
मालूम हो कि ब्रह्माोस भारतीय नौसेना की प्रमुख हथियार प्रणाली है और इसे लगभग सभी युद्धपोतों पर तैनात किया गया है। इसके पानी के अंदर इस्तेमाल किए जा सकने वाले संस्करण्ा का भी विकास किया जा रहा है जिनका न सिर्फ भारतीय पनडुब्बियों में इस्तेमाल किया जाएगा, बल्कि उनका मित्र देशों को निर्यात भी किया जाएगा।
यह मिसाइल भारत-रूस का संयुक्त उपक्रम है जिसमें डीआरडीओ भारत का प्रतिनिधित्व करता है। मिसाइल का परीक्षण भारतीय नौसेना के स्टील्थ गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रायर आइएनएस विशाखापत्तनम से किया गया जिसे हाल ही में नौसेना में शामिल किया गया है। सूत्रों ने बताया कि समुद्र से समुद्र में मार करने वाली इस मिसाइल का अधिकतम दूरी तक परीक्षण किया। इसकी गति 2.8 मैक या ध्वनि की गति से तकरीबन तीन गुना है।
मालूम हो कि ब्रह्माोस भारतीय नौसेना की प्रमुख हथियार प्रणाली है और इसे लगभग सभी युद्धपोतों पर तैनात किया गया है। इसके पानी के अंदर इस्तेमाल किए जा सकने वाले संस्करण्ा का भी विकास किया जा रहा है जिनका न सिर्फ भारतीय पनडुब्बियों में इस्तेमाल किया जाएगा, बल्कि उनका मित्र देशों को निर्यात भी किया जाएगा।