भाजपा नेता असीम राय की हत्या के बाद पखांजुर में गरमाई राजनीति ने अब अपना रुख बदल लिया है।कांग्रेस के कब्जे से अध्यक्ष का यह सीट अब भाजपा के झोली में जाने वाली है। नगर पंचायत पखांजुर के अध्यक्ष पद के ख़िलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया।जिसमें एक पार्षद को छोड़ 11 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव में मतदान किया।
गौरतलब है कि नगर पंचायत पखांजुर में कांग्रेस पार्टी के बप्पा गांगुली अध्यक्ष है।जिसके कार्यप्रणाली से नाराज पार्षदों ने गांगुली को हटाने को लेकर अविश्वास प्रस्ताव रखा था।जिसके बाद से पखांजुर में राजनीति गरमा गई थी।और कुर्शी जाने के भय से बप्पा गांगुली अपने समर्थकों समेत भाजपा नेता पूर्व अध्यक्ष असीम राय को गोली मरवा कर हत्या करवा दी गई थी।जिससे यह हत्याकांड पूरे प्रदेश भर में काफी चर्चे में आ गई थी।आज नगर पंचायत पखांजुर के अध्यक्ष पद को लेकर अविश्वास प्रस्ताव लाया गया जिसमें ग्यारह पार्षदों ने मतदान कर अध्यक्ष को हटाने को लेकर यह मतदान किया।
नगर पंचायत पखांजुर में कुल पन्द्रह पार्षद है।जिसमे असीम राय की हत्या होने के बाद संख्या 14 बची।जिसमे भी हत्या करवाने के आरोप में अध्यक्ष बप्पा गांगुली और पार्षद विकास पाल पुलिस की अभिरक्षा (जेल) में है।जिससे शेष बचे बारह पार्षदों में से कुल ग्यारह पार्षद ने मतदान किया है।जिससे अब स्थिति एकदम साफ हो गई है कि अध्यक्ष पद अब कांग्रेस के खाते से हटकर भाजपा की झोली में जाने वाली है।वहीं दूसरी ओर अध्यक्ष पद के लिए महिला पार्षद मोनिका साहा को प्रबल दावेदार माना जा रहा है।परन्तु मोनिका साहा का कहना है कि भाजपा पार्टी जो निर्णय देगी वह स्वीकार किया जाएगा।