भारत की युवा टीम ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया को पांच मैचों की टी20 सीरीज में 4-1 से हराया। इस जीत से जहां फैंस बेहद खुश हैं, वहीं पूर्व क्रिकेटर अजय जडेजा ने भारतीय क्रिकेट में खिलाड़ियों के चयन और टीम से बाहर करने की नीतियों की कड़ी आलोचना की। जडेजा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में तीन टी20 मैचों के बाद ईशान किशन का नाम प्लेइंग-11 से गायब देखकर हैरान थे। दरअसल, ईशान ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज में तीन मैचों में 36.67 की औसत और 144.74 के स्ट्राइक रेट से 110 रन बनाए थे। इनमें दो अर्धशतक शामिल हैं। ईशान ने शुरुआती दो मैचों में अर्धशतक जड़े थे। हालांकि, तीसरे मैच में खराब बल्लेबाजी और खराब विकेटकीपिंग के बाद टीम मैनेजमेंट ने उन्हें प्लेइंग-11 से बाहर कर दिया था। उनकी जगह आखिरी दो मैचों में जितेश शर्मा खेले थे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए नेशनल क्रिकेट एकेडमी के डायरेक्टर वीवीएस लक्ष्मण को कोच की भूमिका दी गई थी।ईशान को बेंच पर बैठाने और आखिरी दो मैचों के लिए उनके नाम पर विचार नहीं करने पर अजय जडेजा बेहद नाराज दिखे। ईशान को आईसीसी विश्व कप में भी सिर्फ दो मैच खेलने का मौका मिला था। जडेजा ने कहा, ‘भारतीय क्रिकेट में खारिज करना बेहद आसान है। चयन के बारे में ज्यादा कोई नहीं सोचता। यह दशकों से हो रहा है। हमने हाल ही में पांच मैचों की टी20 सीरीज खेली है। ईशान किशन को सिर्फ तीन मैच मिले। मैं उस खिलाड़ी को पसंद करता हूं क्योंकि वह उन कुछ लोगों में से है जिन्होंने वनडे मैचों में भारत के लिए दोहरा शतक बनाया है।