कोरबा स्थित एसईसीएल कुसमुंडा के भूस्थापित एक किसान ने जहर खाकर जान दे दी। जहर खाने की सूचना मिलने के बाद उसे जिला मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया, जहां उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। मृतक की पहचान ग्राम चंद्रनगर निवासी दिलहरण पटेल के रूप में हुई। मामले की जांच सर्वमंगला चौकी प्रभारी कर रहे हैं। परिजनों ने दिलहरण की मौत के लिए एसईसीएल प्रबंधन को मौत का जिम्मेदार बताया है।
दिलहरण के पुत्र मुकेश कुमार ने बताया कि एसईसीएल द्वारा घर का सर्वे किया गया और कहा गया था कि काम देंगे। एसईसीएल ने उसकी जमीन तो ले ली, लेकिन इसके बाद न तो काम मिला और न ही मुआवजा दिया गया। एसईसीएल के इस रवैये के कारण परिवार को जीवन-यापन मुश्किल हो गया। इन मुश्किल हालातों में परेशान होकर दिलहरण ने जहर का सेवन कर लिया था। इस घटना के बाद परिजनों पर दुःखों का पहाड़ टूट पड़ा है।