प्रदेश में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और पंचायत सचिव संघ के बाद पटवारी संघ ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। वेतन विसंगति सहित अपनी आठ सूत्रीय मांग को लेकर प्रदेशभर के पटवारी लामबंद हो चुके हैं। पटवारियों के लामबंद होने से राजस्व कार्यों के साथ स्कूल संबंधी आवश्यक दस्तावेजों जैसे आय, जाति, निवास जैसे महत्वपूर्ण कार्य पूरी तरह से प्रभावित हो रहे हैं।
प्रदेशभर में पटवारी संघ ने अपनी आठ सूत्रीय मांग को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। इसका प्रभाव बलरामपुर में भी देखने को मिल रहा है। जिले से करीब डेढ़ सौ पटवारी कलम बंद कर काम छोड़कर बैठ गए हैं। इसका असर राजस्व विभाग का लेखा-जोखा एवं आय, जाति, निवास जैसे आवश्यक दस्तावेज के कार्य के लिए लोगों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
गौर हो कि पटवारी पूर्व में भी सरकार के खिलाफ भी तीन बार मोर्चा खोल चुके हैं, लेकिन आश्वासन मिलने के बाद कार्य में लौट जाते थे। चुनावी वर्ष होने की वजह से आक्रोशित पटवारी संघ अब फिर अपनी मांगों को लेकर आरपार की लड़ाई लड़ने की रणनीति तैयार कर चुके हैं। वही पटवारियों ने बताया कि जब तक सरकार उनकी मांगों पर कोई द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाती है तब काम पर नही लौटेंगे, और जरूरत पड़ी तो उग्र प्रदर्शन भी करेंगे।