राखी का त्योहार सावन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है. इस साल यह त्योहार सोमवार को मनाया जा रहा है और इस वजह से इसका महत्व बढ़ जाता है. दरअसल, सावन के महीने में सोमवार को भगवान शिव की पूजा अर्चना का विशेष महत्व है. इस वजह राखी के सोमवार के दिन होने पर इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। आज दोपहर 1 बजकर 16 मिनट से राखी बंधने का शुभ महूर्त है।
माना जाता है कि रक्षा बंधन के दिन अपराह्न यानी कि दोपहर के वक्त राखी बांधनी चाहिए. अगर अपराह्न समय न हो तो प्रदोष काल में राखी बांधनी चाहिए. कहा जाता है कि बहनों को भद्र काल में अपने भाई को राखी नहीं बांधनी चाहिए. पौराणिक कथा के अनुसार, रावण की बहन ने रावण को भद्र काल में राखी बांधी थी, जिस वजह से रावण का सर्वनाश हो गया था।
पूर्णिमा तिथि प्रारंभ
अगस्त 2, 2020 को 21:31:02 से पूर्णिमा आरम्भ
पूर्णिमा तिथि सामप्त: अगस्त 3, 2020 को 21:30:28 पर पूर्णिमा समाप्त होगी।
राखी बांधने का मुहूर्त
3 अगस्त 2020 को दोपहर 01 बजकर 16 मिनट से दोपहर को 04 बजकर 24 मिनट तक है.
राखी बांधने का प्रदोष मुहूर्त: 3 अगस्त 2020 को शाम 07 बजकर 07 मिनट से रात 09 बजकर 15 मिनट तक है
राखी बांधने की विधि
रक्षा बंधन के दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र, संपन्ना और खुशहाली की कामना करती है. वहीं भाई अपनी बहनों को तोहफे देकर उनकी रक्षा करने का वचन देते हैं. राखी के दिन आप अपने भाई को इस तरह से राखी बांधे:
-सबसे पहले राखी की थाली सजाएं. इस थाली में रोली, कुमकुम, अक्षत, पीली सरसों के बीज, दीपक और राखी रखें.
- अब अपने भाी को तिलक लगाएं और उसके दाहिने हाथ में रक्षा सूत्र यानी कि राखी बांधें.
- इसके बाद अपने भाई की आरती उतारें.
- अब भाई का मुंह मीठा कराएं.
- यदि भाई आपसे बड़ा है तो आप चरण स्पर्श करें. वहीं अगर बहन बड़ी है तो भाई को चरण स्पर्श करना चाहिए.
- राखी बांधते वक्त इस मंत्र का उच्चारण करें.
ॐ येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबलः।
तेन त्वामपि बध्नामि रक्षे मा चल मा चल।।
राखी बांधने का मुहूर्त
3 अगस्त 2020 को दोपहर 01 बजकर 16 मिनट से दोपहर को 04 बजकर 24 मिनट तक है.
राखी बांधने का प्रदोष मुहूर्त: 3 अगस्त 2020 को शाम 07 बजकर 07 मिनट से रात 09 बजकर 15 मिनट तक है
राखी बांधने की विधि
रक्षा बंधन के दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र, संपन्ना और खुशहाली की कामना करती है. वहीं भाई अपनी बहनों को तोहफे देकर उनकी रक्षा करने का वचन देते हैं. राखी के दिन आप अपने भाई को इस तरह से राखी बांधे:
-सबसे पहले राखी की थाली सजाएं. इस थाली में रोली, कुमकुम, अक्षत, पीली सरसों के बीज, दीपक और राखी रखें.
- अब अपने भाी को तिलक लगाएं और उसके दाहिने हाथ में रक्षा सूत्र यानी कि राखी बांधें.
- इसके बाद अपने भाई की आरती उतारें.
- अब भाई का मुंह मीठा कराएं.
- यदि भाई आपसे बड़ा है तो आप चरण स्पर्श करें. वहीं अगर बहन बड़ी है तो भाई को चरण स्पर्श करना चाहिए.
- राखी बांधते वक्त इस मंत्र का उच्चारण करें.
ॐ येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबलः।
तेन त्वामपि बध्नामि रक्षे मा चल मा चल।।